११८ कै प्रत्यय

यह प्रत्यय छान्दस अथवा वैदिक है। इसमें लशक्वतद्धिते सूत्र से क् की इत्संज्ञा करके ‘तस्य लोपः’ से इसका लोप करके ऐ शेष बचता है। प्र + या + कै / प्र + या + ऐ - आतो लोप इटि च से आ का लोप करके - प्र + य् + ऐ = प्रयै । यह प्रत्यय छान्दस अथवा वैदिक है। इससे वेद में - प्रयै देवेभ्यः, यह प्रयोग निपातन से बनता है।