७० तवै प्रत्यय

यह प्रत्यय भी कित्, डित्, जित्, णित् से भिन्न है। ध्यान रहे कि यह प्रत्यय वैदिक या छान्दस है। परि + धा + तवै = परिधातवै। . अनु + इ + तवै / इ को सार्वधातुकार्धधातुकयोः’ सूत्र से गुण करके - अनु + ए + तवै / इको यणचि से यण् करके = अन्वेतवै। __ परि + स्तृ + तवै / ऋ को ‘सार्वधातुकार्धधातुकयोः’ सूत्र से गुण करके - परि + स्तर् + तवै / सेट् धातु होने के कारण ‘आर्धधातुकस्येड् वलादेः’ सूत्र से इडागम होकर = परि + स्तर् + इ + तवै = परिस्तरितवै।