ञ् की इत् संज्ञा होने से यह प्रत्यय जित् है, इसलिये इसे धातुओं में ठीक उसी ११४ अष्टाध्यायी सहजबोध भाग - ३ विधि से लगाया जायेगा, जिस विधि से धातुओं में ण्वुल् प्रत्यय लगाया गया है। कृ + इञ् / अचो णिति से वृद्धि करके - कार् + इ = कारिः ।