०९ ण्युट् प्रत्यय

‘ण्युट च’ सूत्र से यह प्रत्यय केवल ‘गै - गा’ धातु से लगता है। ण्युट प्रत्यय में हलन्त्यम्’ सूत्र से ट् की तथा ‘चुटू’ सूत्र से ण् की इत् संज्ञा करके तस्य लोपः’ सूत्र से उनका लोप करके ‘यु’ शेष बचाइये और युवोरनाकौ’ सूत्र से प्रत्यय के यु के स्थान पर ‘अन’ आदेश कीजिये। यह ध्यान रखें कि ण् की इत् संज्ञा होने से यह प्रत्यय णित् है। गै + ण्यूट / ‘आदेच उपदेशेऽशिति’ सूत्र से एजन्त धातु के ए’ के स्थान पर ‘आ’ आदेश करके - गा + अन - ‘आतो युक् चिण्कृतोः’ सूत्र से आदन्त धातु को युक् का आगम करके - गा + युक् + अन - गा + य् + अन = गायनः। __ प्रत्यय के टित् होने का फल यह है कि इस शब्द का स्त्रीलिङ्ग बनाते समय टिड्ढाणञ्द्वयसज्दघ्नज्मात्रच्तयप्ठठकवरपः’ सूत्र से इससे ङीप् प्रत्यय होकर - गायन + डीप् = गायनी, बनेगा।