- 1 जडद्रव्यसर
- मङ्गळाचरणॆ
- 1
- वायुक्षत्वनिरूपणॆ
- प्राणवू वायुविशेषवे
- 66
- 63
- ग्रन्थ कर्तवैशिष्ट
- 2
- प्राण इन्द्रियभिन्न
- 69
- ग्रन्थद हॆसरिन औचित्य
- 3
- दीप, दीपप्रभगळ भेद
- 71
- ग्रन्थद परमोद्दे
- 4
- दीप स्थिरवल्ल
- 72
- तत्त्व विभाग
- 6
- सुवर्ण तैजसवल्ल
- 73
- द्रव्यादिलक्षण
- 7
- तमस्सु पार्थिव
- 74
- द्रव्याद्रव्यविभागसमर्थनॆ
- 8
- भूगोळवर्णन
- 78
- धर्माधर्मिभावसमर्थनॆ
- 11
- काल निरूपण
- 79
- आधाराधेयभावसमन
- 13
- 2 जीवसर
- चतुर्विंशति तम्म निरूपणॆ
- 3
- 15
- प्रकृतिवि कृतितत्त्व गळु
- 16
- 21
- परमात्मन सर्वकारणनिरूपणि 20
- पञ्चीकरणप्रक्रियॆ
- शरीरातिरिक्त जीवसमर्थनॆ
- जीवनु इन्द्रियाद्यतिरिक्तनु 88 जीवनु ज्ञानस्वरूप मत्तु
- 86
- ज्ञानाश्रय
- परमाणु कारणतावादनिरास
- 22
- आत्मन स्वयम्प्रकाश
- 3
- 320
- 90
- 92
- अती क्लावयविनिरास
- 25
- प्रत्यनिरूपणॆ
- 93
- साङ्ख्यर सत्कार्यवाद निरास
- 31
- आत्मनिगॆ कर्तसमर्थनॆ
- 95
- क्षणिकवाद निरास
- 33
- प्रयत्न वैयर्थनिराकरणॆ 9
- कार्यकारणभावसमर्थनॆ
- 45
- जीवनानात्म
- 97
- इन्द्रियगळ भौतिक निरास
- 47
- ब्रह्मांश जीववादखण्डनॆ
- 98
- कर्मॆन्द्रियसमर्थनॆ
- 50
- एकजीववादखण्डनॆ
- 99
- अन्तःकरणनिरूपणॆ
- 51
- बिम्बप्रतिबिम्बवाद खण्डनॆ
- 101
- एकेन्द्रियवादखण्डनॆ
- 51
- आत्मनित्यत्व समर्थनॆ
- 103
- इन्द्रियगळ अणु
- 52
- जीवविभुखण्डनॆ
- 105
- इन्द्रियगळ प्राप्यकारि,
- 53
- जीवाणु निरूपणॆ
- 110
- शब्द ग्रहणद प्रकार
- 55
- देहपरिमाणजीववादखण्डनॆ 111
- आकाशद प्रत्यक्ष
- 3
- 55
- मुमुक्षॆत्पत्ति क्रम
- 113
- आकाश अभावरूपवल्ल
- 60
- नित्यसंसारि विचार
- 115
- आकाश नित्यवल्ल
- 62
- भक्तिये मुक्तु पाय
- 117
- अतिरिक्त दिक्दार्थनिराकरणॆ
- 63
- ब्रह्मविद्यॆगळु
- 120
- xiv
- नित्यकाम्यादि कर्मस्वर प
- 122
- त्रिमूर्तिवादादि खण्डनॆ
- 173
- ऎल्लरिगू मोक्ष उण्टु
- 132
- ईश्वरनुमान निरास
- 186
- ध्यान निगवाद
- 134
- ब्रह्मन उपादान
- 200
- निष्पपञ्चीकरणनियोगवाद
- 135
- पाक्यार्थज्ञान मोक्षवाद
- 137
- विशिष्टपादाननिरूपणॆ 201
- पपरिणामवादखण्डनॆ 203
- शाबा परोक्षनिरास
- 138
- भेदाभेदवादखण्डनॆ
- 204
- उपदेशानुप
- 140
- उपाधि परिणामवादखण्डनॆ
- 206
- असत्यातत्य सिद्धि निरास
- 142
- ब्रह्मविवर्तवाद खण्डनॆ
- 208
- निवर्तकानुपपत्नि
- 143
- तिरोधानानुपपति
- 210
- निवर्तकज्ञानविषयानुपपति
- 144
- अविद्या कल्पनानुपप
- 211
- निवृत्त नुपपत्नि
- 145
- भावरूपाज्ञानभङ्ग
- 212
- 句
- निवर्तकज्ञाना प्रयानु पत्रि
- 146
- अविद्याविषयानुपपति
- 216
- ब्रह्मविद्यॆयिन्द कर्मनिवृत्ति
- 148
- अविद्यापदार्थ
- 218
- कर्माषविनाशनिरूपणॆ
- 152
- आतिवाहिक निरूपणॆ
- 154
- मुक्तियल्लि ज्ञानविकास नित्य
- 155
- मायाविदा विभागखण्डनॆ
- उपादानोपादेयवैरप्य 221
- मिथ्यात्मानुमानभङ्ग 223
- 219
- मुक्तनिगॆ शरीरसाव
- 156
- श्रुति विथ्यात्म परवल्ल
- 231
- मुक्तन स्वतन्त्र
- 157
- शास्त्र प्रत्यक्षविरोधपरिहार 233
- मुक्तिय स्वरूप
- 158
- विधिनिषेधश्रुतिसमन्वय
- 234
- मुक्तियल्लि दुःखप्रसक्तियिल्ल
- 159
- नित्यविभूतिनिरूपणॆ
- 240
- नित सूरिगळ निरूपणॆ
- 160
- परमात्मनिगॆ विग्रह सद्भाव 244
- सायुज्यवे मुक्ति
- 161
- अवतारतत
- 249
- मुक्तन अपुनरावृत्ति वर्णनॆ
- 162
- व्यूहबेध
- 250
- वैशेषिकर मुक्ति स्वरूपखण्डनॆ
- 163
- अद्भुत वृत्तान्तनिरूपणॆ
- 254
- साङ्ख्यर मुक्ति स्वरूपखण्डनॆ
- 164
- परमात्मन सर्वशक्ति
- 256
- जीवन्मुक्ति निराकरणॆ
- 167
- परमात्मन सङ्कल्पादिगळु
- 257
- बाधितानुवृत्ति खण्डनॆ
- 168
- नायकसरविचार प्रयोजन
- 260
- मुक्तियल्लि प्रतिपक्षगळ सङ्ग्रह
- 169
- 4 बुद्दि सर
- 3 नायक सर
- ज्ञानक्कॆ स्वयम्प्रकाशत्व
- 261
- ईश्वरनल्लि वेदवे प्रमाण
- 171
- ज्ञानक्कॆ वेद समर्थनॆ
- 263
- ईश्वर निराकरणॆ सध्यविल्ल
- 172
- ज्ञानक्कॆ अनुमेयत्व खण्डनॆ 264
- ब्रह्मद अवेद्यवाच्यत्वखन्दनॆ 173
- ज्ञाननित्यत्व समर्थनॆ
- 265
- ब्रह्मपदक्कॆ लक्षणॆनिराकरणॆ
- 174
- ज्ञाननाना समर्थनॆ
- 266
- नारायणने परब्रह्म
- 176
- ज्ञानसध र्मक त्वनिरूपणॆ
- 267
- उत्तीर्णवादनिराकरणॆ
- 179
- ज्ञानक्कॆ द्रव स्वसमर्थनॆ
- 268
- विष्णु पारम्यदल्लि प्रमाण
- 180
- प्रमाभ्रमविभाग
- 270
- XV
- यथार्थख्यातिनिरूपणॆ
- 271
- कार्यवु वृत्ति निरास
- 345
- अख्यातिवादनिरूपणॆ
- 272
- सिद्ध व्युत्पत्ति वर्णनॆ
- 346
- अन्यथाखातिनिरास
- 274
- विशिष्ट शक्ति समर्थनॆ
- 351
- संशयनिरूपणॆ
- 277
- शरीरिशब्द शरीरिबोधक
- 356
- अनिर्वचनीयख्यातिनिरास
- 278
- शरीर लक्षण
- 357
- अनिर्वचनीयोत्पत्तिवादखण्डनॆ 279
- जगत्तिगॆ ईश्वरशरीर
- 358
- शून्य ख्यातिनिराकरणॆ
- 281
- सर्वशब्द परमात्मबोधक 360
- आत्मख्यातिनिराकरणॆ
- 286
- स्फोटवादनिरास
- 362
- निराल०बनवादनिरास
- 283
- प्रतिभावाक्यार्थभङ्ग
- 365
- आकारसमर्पणवादनिरास
- 293
- अन्विताभिधानवाद
- 366
- निरधिष्टानख्यातिनिरास
- 295
- अभिहितान्वयवाद
- 367
- निर्विषयख्यातिनिरास
- 296
- सामानाधिकरण्य निरूपणॆ
- 369
- प्रमाणविभाग
- 297
- अखण्डवाक्यार्थभङ्ग
- 376
- अतीन्द्रियनिर्विकल्प कनिरास
- 298
- वेदप्रामाण्य
- 378
- सविकल्प कनिरूपणॆ
- 300
- वेदद स्वतःप्रामाण्य
- 379
- शब्दानुवेधनिरास
- 301
- ज्ञानगळ स्वतः प्रामाण्य
- 381
- योगि प्रत्यक्षनिरास
- 305
- अप्रामाण्य स्वत निरास
- 383
- अनुमान अतिरिक्त प्रमाण
- 306
- उभयत निरास
- 3
- 185
- व्याप्ति ग्रहण बाधपरिहार
- 309
- स्वतःप्रामाण्य बाधपरिहार 385
- उपाधिनिरूपणॆ
- 312
- वेदापौरुषेय साधनॆ
- 389
- उपाधि विधनन प्रकार
- 314
- स्कृतीतिहासादिप्रामाण्य
- 393
- सद्धत्व सद्देतुविभाग
- 317
- “त्यादि बलाबलविचार
- 393
- व्याप्ति ग्रहण प्रकार
- 318
- पाशुपताद्यागमाप्रामाण्य 397
- व्याप्ति प्रभेद
- 319
- पाञ्चरात्रप्रामाण्य
- 397
- केवलान्वयिनिरूपणॆ
- 321
- स्मृतिप्रामाण्य
- 400
- केवलव्यतिरेकिनिराकरणॆ
- 324
- उपमान अतिरिक्त प्रमाण वल्ल 403
- परार्थानुमान
- 330
- अर्थापति अतिरिक्त प्रमाणवल्ल 404
- न्यायावयवनिरूपणॆ
- 333
- अभाव अतिरिक्त प्रमाणवल्ल 405
- तर्कनिरूपणॆ
- 333
- ऐतिह्यादि अतिरिक्त प्रमाणवल्ल 407
- कथाधिकारनिरूपणॆ
- 335
- प्रमाणविचारप्रयोजन
- 410
- कथाप्रभेदवर्णनॆ
- 336
- 5 अद्रव्य सर
- निग्रहस्थाननिरूपणॆ
- 337
- अद्रव्यविचार प्रयोजन
- 413
- जाति निरूपणॆ
- 338
- अद्रव्यलक्षण
- 414
- षट्नक्षिनिरूपणॆ
- 339
- अद्रव्य समर्थनॆ
- 419
- शब्द अनुमानातिरिक्त
- 340
- भेदाभेदवादखण्डनॆ
- 421
- व्युत्पत्ति निरूपणॆ
- 343
- अनेकान्तवादखण्डनॆ
- 425
- xvi
- सप्तभङ्गीरूपणॆ
- 424
- परापरत्वगळु
- 472
- भेद पदार्थ
- 425
- विषयविषयिभाव
- 473
- भेध प्रत्यक्षत्वनिरूपणॆ
- 427
- प्राकनिरास
- 478
- अद्रव्य विभाग
- 428
- इच्छाद्वेषगळु
- 481
- सादिगुणनिरूपणॆ
- 429
- प्रयत्न सुखदुःखादिगळु
- 483
- शब्दादि गुणनिरूपणॆ
- 431
- धर्माधर्म
- 487
- शब्द पञ्चभूतगुण
- 432
- हिंसापदार्थ
- 489
- शब्द द्रव्यत्वभङ्ग
- 435
- अर्थविचार
- 503
- शब्द पुद्गलवादभङ्ग
- 436
- षाडुण्यवर्णनॆ
- 506
- वर्णगळ अनित्यत्व
- 437
- शक्ति पदार्थ
- 507
- वेदनित्यत्वद पर्णनॆ
- 440
- संस्कारनिरूपणॆ
- 510
- स्पर्शनिरूपणॆ
- 442
- वेगविमर्शॆ
- 513
- रूपनिरूपणॆ
- 444
- स्थितस्थापकनिराकरणॆ
- 514
- चित्ररूपनिरास
- 445
- कर्मनिरूपणॆ
- 515
- स्नेहनिराकरणॆ
- 446
- सामान्यनिरूपणॆ
- 518
- द्रवत्य विमर्शॆ
- 448
- सामान्य दषण परिहार
- 520
- गुरुत्वविमर्शॆ
- 450
- अहनिराकरणॆ
- 521
- सङ्ख्या विमर्शॆ
- 453
- संस्थानवे सामान
- 522
- पॆरिमाण परीक्षॆ
- 459
- विशेषपदार्थनिराकरणॆ
- 528
- 3
- पृथ विमर्शॆ
- 464
- समवायनिराकरणॆ
- 530
- संयोगसाधनॆ विभागनिरूपणॆ
- 465
- अभावनिरूपणॆ
- 532
- 469
- ग्रन्थपसंहार
- 537
- अन्तर्यामित्र
- अन्तर्यामिरूप
- अन्तः करण
- विषयगळ अकारानुक्रमणिकॆ
- (कठिण पदगळ अर्थवन्नु ग्रन्थदल्ले कॊडलागिदॆ.
- अखण्डार्थसामानाधिकरण्य
- 201
- अन्यारुह्यवाद
- 330
- 250
- अन्विताभिधानवाद
- 366.369
- 51
- 376
- अपच्छेदन्याय अपरब्रह्म
- 236
- 175
- अख्याति
- 271, 272
- अपर्यवसानवृत्ति
- अत्मीयतावाद
- 323
- (पूर्णव्रुत्पत्ति)
- 361
- अत्याश्रमि
- 126
- अपूर्व
- 135, 248, 499
- अदृष्ट
- 107, 492
- अपेक्षा बुद्दि
- 454
- अद्भुतवृतान्त
- 388, 254
- अपोहवाद
- 521
- अद्रव्य- साधनॆ
- 8
- अप्रतिसङ्ख्यानिरोध
- 44
- लक्षणादिगळु
- 413-417
- विभाग
- विचारफल
- अधिष्ठान अध्यास
- 428.432
- अप्रयोजकशङ्कॆ
- अप्रामाण्य,तस्त्र
- 311
- 383
- 412
- e 77, 327. 405. 532-536
- 296
- अभिव्यक्ति
- 32
- 296
- अभिहितान्वयवाद
- 367-369
- अनवस्थॆ
- अनिर्वचनीयख्याति
- 11. 334
- अभेदान्वय
- 369
- 271, 279
- अभ्युपगमवाद
- 330
- अनिष्कर्षक शब्द
- 356
- अमानव (स)
- 154
- अनुकूलतर्क
- 311
- अरुणाधिकरण
- 356
- अनुपलबि
- 405
- अर्चावतार
- 250
- अनुमिति,लक्षण
- 297
- अर्चॆरादिगति
- 145
- प्रामाण्य
- 308
- अर्थापत्ति
- 405
- उत्पत्ति क्रम
- 307
- अवतार
- 181
- अतिरिक्तानुभव
- 341
- अवयव
- 330
- ज्ञानद्वय
- 139
- अवयुवि
- 25-28
- अनुमान-व्याप्ति ज्ञान
- 309
- अवसा
- 7
- अनुष्ठा शीतस्पर्श
- 442
- अव्ययगळु
- 417
- अनै कान्तवाद
- 421
- असत्कार्यवाद
- 30
- अन्यथाख्याति
- 271,272
- असत्याति
- 271
- अनन्याश्रय
- 10.334
- असत्या त्यसिद्धि
- 142
- अन्वय
- 369
- अहमर्थ
- 87
- अन्वय व्यतिरेकि
- 320
- अहेतुकविनाश
- 37
- अन्वयव्याप्ति
- 319
- आकाश
- 56-62
- xviii
- आकाङ्क्षा
- 367
- कर्म (चलनॆ)
- 55
- आ कृति
- 523
- 131-149. 151,495,498
- आगदु
- 397
- कर्मेन्द्रिय
- 50
- आतिवाहिक
- 154
- कापूर्ववाद
- 492
- 87.95
- कारणस्वरूप
- 45-46, 195
- अत्मख्याति
- 271, 283. 292
- कार्यस्वरूप
- 46
- आत्मापरोक्ष
- 134
- कार्यवाक्यार्थ
- 345
- ताश्रय
- 334
- काल- लक्षण
- 7
- आधाराधेयभाव
- 13
- निरूपणॆ
- 79-84
- आप्यायक
- 49
- सर्वकारद
- 80
- आभासोद्घारवाक्य
- 333
- केवल व्यतिरेकि
- 320-324
- आरम्भवाद
- 30.535
- केवलान्वयि
- 320
- इन्द्रिय
- 48, 52-54, 69
- क्षण
- 24-43
- इच्छादिगळु
- 481
- क्षणिकवाद
- 33-42
- ईश्वर लक्षण
- 7
- खण्डकाल
- 35
- ईश्वरानुमान
- 186
- ख्यातिवाद
- 271
- उत्तिण९वाद (पराधिकरण)
- 178
- गुण- पर्याय
- 418
- उत्पत्ति
- 32
- गुणवाचकपद
- 355
- उपक्रमन्याय
- 236
- गुरुत्व
- 450-453
- उपदेशानुपपत्रि
- 101-140
- गौडमीमांसक
- 136.
- उपमान
- 403, 404
- चक्रक
- 334
- उपलक्षण
- 175
- चतुर्विंशतित
- 15
- उपादानोपादेय
- 25, 221
- उपाधि
- 64, 312
- चतुर्व्यूहवाद चित्ररूप
- 251
- 445
- उपाधिपरिणामवाद
- 206,207
- चेषा
- 407
- उपाधिवाचक
- 354
- छल
- 338
- उपासनाभेद
- 121
- 15, 171
- उभयविभूति
- 85
- जडलक्षण
- 7
- एकजीववाद
- 99, 100
- जडाजडनिर्णय
- 94
- एकत्व (ऐक्य)
- 456
- జల్ప
- 336
- एकसम्बन्धिज्ञान
- 340, 346
- जाति
- 338.518, 527
- एकेन्द्रियवाद
- 51
- जीवनयोनि
- 191, 484
- ऐन्द्रेन्याय
- 125
- जीवनु कि
- 167
- ऐकात्मवाद
- 99
- जीव- लक्षण
- 7
- ऐकशास्त्र
- 124. 347
- स्वरूप
- 90-93
- ऐतिह्य
- 407
- शरीराद्यतिरिक्त
- 86-88
- xix
- जीव; अनेक
- परिमाण तारतम्य
- 97
- धर्माधर्म
- 487-491
- 110
- मतभेद 488 95 धर्मग्राहक प्रमाण
- सधर्मक
- 95
- (पक्षधर्मताज्ञान)
- शेष
- 158.159
- ध्यान
- 118
- मुक्त र्हतॆ
- 118
- ध्याननियोगवाद
- 134
- ज्ञान : लक्षण
- 7
- नवीनविंसक
- 131
- स्वरूप
- 296
- नायकसर वैशिष्ट्य
- 260
- स्वयं प्रकाश
- 261
- नारायणपारम्य
- 176
- सधर्मक द्रव्य
- 267-268
- निग्रहस्थान
- 337
- परिणाम
- 481
- नित्य काव्य विभाग
- 128
- मतभेद
- 410
- नित्यच्यासिद्ध
- 245
- ज्ञानकर्मसमुच्छयवाद
- 122
- निन्न विभूति- लक्षण
- 7
- तटस्थ लक्षण
- 175
- प्रमाण 240 तत्त्व विभाग 6 नित्यसंयोग 189 तत्त्वत्रय, लक्षण 4, 7 नित्य संसारि
- 116 तत्त्वमसि 134, 138, 217, 371 नित.सूरि 160 तन्मात्र 17 नियोग 135 तमस्सु 74 निरधिष्टानख्याति 189 311, 333 निरधिषा नन्न म 295 तु त्रिवरण 225, 281 निरन्वयविनाश 43, 44 439 निराल०बनवाद 283 21 निर्विकल्पक (स्वलक्षण ) 298, 299 त्रिव्यूहवाद 251 निर्विषयख्याति 296 दिक्पदार्थ दीप-प्रभॆ दृक् दृश्य दृश्यत्वाद्यनुमान 63 निवृत्ति कर्म 132 71 निर्विशेषवाददल्लि 267 अविद्याकल्पवानुपपत्ति 211 222 आश्रयानुप पति 146 दृष्टि सृष्टिवाद 280 तिरोधानानुपपत्ति 210 देवतावाद 185, 247, 494, 496 निवर्तकानुपप 145 द्रवत्व 8 निवृत्त नुपपत्ति 149 द्रव्यादलक्षण 7 निवृत्ति स्वरूपानुपपत्ति 145 द्रव्याद्रव्य भेद 414 विषयानु पपत्ति 144 द्रवाद्रव्यविभाग 6 निर्विशेषात 95, 175. 202 स्मृतिगळु 161 निष्कर्षक शब्द 356 धर्मधर्मिभाव 10 निष्पपञ्चीकरणनियोग 135 धर्मभूतज्ञान 91 निस्सभाववाद 535 XX नैमित्तिक कर्म 130 प्रमाण- विभाग 297 राष्ट्रवाद 40 सङ्ख्यॆ, बलाबल 408, 409 प्रासविदॆ 133 सम्प्लव, व्यवस्थॆ 197 पञ्चीकरण 21 प्रमाभव विभाग 270 पक्षधर्मतात्मान 193 प्रयत्न 96, 483 परतन्त्र स्वभाव 535 प्रवृत्त कर्दु 132 परमाणु 22 प्राप्यकारि 53 परमात्म : श्रुतिगय्य 171 प्राणस्वरूप 68 उपादानकारण 200 प्राकट 264, 478-480 निग्रहानुग्रह 259 प्रातिभासिक 280 अनुग्रह मोक्षसाधन 133 प्रामाण्यवाद 380-387 सर्वशरीरि 359 प्रौढवाद 330 दिव्यदेह 244 बाधितानुवृत्ति 168.289 परतापर 64, 472 बाह्यार्थसत्यत्व 287 परमै कान्ति 125 बिम्बप्रतिबिम्बाव 101 परव्यूहा 250 बौद्ध प्रभेद 284 पराक्र 94 ब्रह्मविद्यॆ 120 परापश्यन्त्यादि 303 ब्रह्मविवर्तवाद 208, 301 परापरजाति 24 पार्थानुमान 330 ब्रह्म शब्दार्थ ब्रह्माज्ञानवाद 174 216 परिकल्पितस्वभाव 535 भक्ति 117, 118, 159 परिणाम 7 भावरूपाज्ञान 212 परिणामवाद परिनिष्पन्न स्वभाव परिमाण पलायनवाद पाञ्चरात्र पृथक्त
- 535 भेदस्वरूप 425 535 भेदान्वय 369 459-464 भेदाभेदवाद 369.419 160 भूगोळ 78 397.398 मन्त्रार्थवाद 493 464 मनोवृत्ति 51 प्रकृति प्रति बन्दि प्रतिभा 7, 19,430 महाविद्यानुवान 317 334 माध्यमिक 281, 284 365 मानस 154 प्रतिसङ्ख्या निरोध 44 माया 218, 219 प्रतीकोपासनॆ 121 मिथ्यात्व 222-231 प्रत्यक 93, 94 मुक्तात्म : 155-162 प्रत्यक्ष 297 ज्ञानवाप्ति 475 प्रत्यभिज्ञॆ 33-35, 277-279 मुक्ति स्वरूपादि 153xxi वर्तावर्त 232 विभूति 84 मोक्षसाधनॆ 133 DEF 118, 238 301, 535 [परपक्षगळु 118, 163, 164, 169 विशिष्टाद्यत 20 मोक्षाश्रम 127 विशेष 528 यथार्थख्याति 271 विषयविषयिभाव 473 योगाचार 283,301 विष्णु पारम्य 182 योगिजा न 303.476 विसंवाद 301 रागद्वेषादिगळु राहुविमांसक 482 वृत्ति 346 239 वेद : प्रामाण 378 रूप 444 अपौरुषेय 389 लक्षणवाक्य 372 नित्य 440 लक्षणसार्थक्य 326 वैभववाद 330 लक्षण 354 वैभाषिक 8, 284 लिर्थ 500-506 वैश्वानर 70 లిపి 407 व्यतिरेकव्याप्ति 319 लीलाविभूति 241 व्यधिकरणवाक्य 369 लोकायत 329 व्यष्टि सृष्टि 17–21 वानुमान 317 व्याप्ति ग्रहण 309, 318 वर्णगळु 437 व्यावहारिक 280 वर्णाश्रम 124 व्यूह 250 वाक्यार्थज्ञान 137 शक्ति 31, 507-508 पाच्या पूर्ववाद 498 शब्द- प्रामाण्य 340 वाद वायु 335, 336 अद्रव्य 432, 435 66 ग्रहण प्रकार 55 41 पुद लवाद 436 पिकल्प 300 0 बौद्ध मत 442 विळा वाद 418 शब्द विवर्तवाद 301 विकृति 19 शब्दशक्ति 343, 351 विज्ञानधातु 40 शब्दानुवेद 302 विज सवाद 284, 301 : शरीर : रचनॆ 20 336 पञ्चभौतिक 29 विर्द न 329 लक्षण 357 विधि विनि- ध
-
- 247 शरीरशरीरिभाव 358 गथ 128 शाबा परोक्ष 138 O 250 शास्त्र-प्रत्यक्षविरोध 232-234 D1 469 शून्यवाद 281,535 xxii शेषशेषभाव 160 सादृश्य 525 श्रवणमननादि 135 सान्वयविनाश 44 339 सामग्रि
- 363 षद्भावविकार 535 सामानाधिकरण्यवाद 369 हाडु ण 506 लक्षण 374 सङ्केत 344 विशेषविशेष्यभाव 375 सङ्ख्यॆ 453-458 अखण्डार्थ 376 सम्बन्धानुपप 413 बाधार्थ 377 सम्भव 407 सामान्य 518-522 संयोग संवाद 465-469 सायुज्यादिमोक्ष 161 301 सिद्ध-साध्य 136-345 संवृत्ति 284-287 सिद्धवु वृत्ति 346-348 संशय 277 सुखदुःखादि 485 संसर्गजाकारवाद 294 सुवर्ण 73 संस्कार 403.510-514 सुषुप्ति 485 संस्थान 523 सृष्टि
- 18 सगुण सविशेष 120 सौत्रान्तिक 284, 293 सत्कार्यवाद 30 स्नेह 446 सदसद्वि लक्षण 225 स्पष्मा स्पष्ट 341 सद्देश्व सतु 317 स्फोटवाद 362-364 सन्न्यास 127 स्मृति 297, 400 सप्तभङ्गि 424 स्कृतीतिहासादि 393,396 समवाय 230-231 स्वपरनिर्वाहक 12 समष्टि सृष्टि 18-21 स्वतः प्रामाण्य 381, 387 सविकल्पक 299 स्वप्न 290 सविशेषाद 20,95 स्वरूप परिणामवाद 203, 205 सहरलम्भ 284, 421 स्वरूप (विशेषण) लक्षण 175 साङ्ख्यप्रक्रियॆ साकत्याग 164 स्वलक्षण (निर्विकल्प) 298, 299 126 हिंसा 489, 490