६८ सत्तवीसतिमो परिच्छेदो

सत्तवीसतिमो परिच्छेदो
५. पञ्ञत्तिविभागो

२७. पभेदकथा

१०६२.
चित्तं चेतसिकं रूपं, निब्बानम्पि च भाजितम्।
तस्मा दानि यथायोगं, पञ्ञत्तिपि पवुच्चति॥
१०६३.
सा चायं अत्थपञ्ञत्ति-नामपञ्ञत्तिभेदतो।
दुविधा होति पञ्ञत्ति, अत्थपञ्ञत्ति तत्थ च॥
१०६४.
सत्तसम्भारसण्ठान-सङ्घाटपरिणामतो।
विकप्पुपट्ठानाकारवोहाराभिनिवेसतो॥
१०६५.
तथा पवत्तसङ्केतसिद्धा अत्था पकप्पिता।
पञ्ञापीयन्ति नामाति, पञ्ञत्तीति पकित्तिता॥
१०६६.
अत्था हि परमत्थत्था, पञ्ञत्तत्थाति च द्विधा।
तत्थ च परमत्थत्था, सच्चिकट्ठा सलक्खणा॥
१०६७.
पञ्ञत्तत्था सच्चिकट्ठसलक्खणसभावतो।
अञ्ञथा गहिता तंतमुपादाय पकप्पिता॥
१०६८.
तस्मा उपादापञ्ञत्ति, अत्थपञ्ञत्तिनामका।
पञ्ञपेतब्बनामाव, पञ्ञत्तत्थाव सब्बथा॥
१०६९.
परमत्था यथावुत्ता, चित्तचेतसिकादयो।
पञ्ञत्ता इत्थिपुरिसमञ्चपीठपटादयो॥
१०७०.
येन वुच्चति तं नामं, पञ्ञपेतीति वुच्चति।
पञ्ञत्तीति च सा नामपञ्ञत्तीति ततो मता॥
१०७१.
सङ्खा समञ्ञा पञ्ञत्ति, वोहारोति च भाजिता।
चतुधा पञ्ञपेतब्बपञ्ञत्तीति हि वण्णिता॥
१०७२.
ततो नामं नामकम्मं, नामधेय्यं अथापरम्।
निरुत्ति ब्यञ्जनमभिलापोति पन भाजिता॥
१०७३.
नामपञ्ञत्ति नामाति, पञ्ञत्ति दुविधा कता।
सब्बेव धम्मा पञ्ञत्तिपथाति पन भाजिता॥
१०७४.
परमत्थपञ्ञत्तत्था, दुविधा होन्ति तत्थ च।
पञ्ञत्तिपथाव होन्ति, परमत्था सलक्खणा॥
१०७५.
पञ्ञत्तत्था पञ्ञत्ति च, पञ्ञपेतब्बमत्ततो।
पञ्ञत्तिपथा च नामपञ्ञत्तिपथभावतो॥
१०७६.
नामम्पि पञ्ञापेतब्बमेव किञ्चापि केनचि।
नाममेवम्पेतं तत्थ, पञ्ञत्तिच्चेव वण्णितं॥
१०७७.
पञ्ञपेतब्बधम्मा च, तेसं पञ्ञापितापि च।
इच्छितब्बापि पञ्ञत्तिपथा पञ्ञत्तिनानता॥
१०७८.
इति वुत्तानुसारेन, वुत्तं अट्ठकथानये।
नयं गहेत्वा एत्थापि, पञ्ञत्ति दुविधा कता॥
१०७९.
तस्मिम्पि परमत्था च, सच्चिकट्ठसलक्खणा।
अत्था पञ्ञत्तिमत्ता च, अत्थपञ्ञत्तिनामका॥
१०८०.
तेसं पञ्ञापिका चेव, नामपञ्ञत्तिनामिका।
इच्चेवं वण्णनामग्गे, ञेय्यत्ता तिविधा कता॥
१०८१.
परमत्थसच्चं नाम, परमत्थाव तत्थ च।
सच्चिकट्ठसभावत्ता, अविसंवादका हि ते॥
१०८२.
सम्मुतिसच्चं पञ्ञत्तिद्वयं वोहारवुत्तिया।
लोकसमञ्ञाधिप्पायाविसंवादकभावतो॥
१०८३.
इति सच्चद्वयम्पेतं, अक्खासि पुरिसुत्तमो।
तेनापि नामसंविञ्ञू, वोहरेय्युभयम्पि वा॥
इति पञ्ञत्तिविभागे पभेदकथा निट्ठिता।
सत्तवीसतिमो परिच्छेदो।