०४ चित्र-सूची

  • १- दुर्योधन और अर्जुनका श्रीकृष्णसे युद्धके लिये सहायता माँगना
  • २- नहुषका स्वर्गसे पतन
  • ३- आकाशचारी भगवान् सूर्यदेव
  • ४- विदुर और धृतराष्ट्र
  • ५- प्रह्लादजीका न्याय
  • ६- आत्रेय मुनि और साध्यगण
  • ७- श्रीसनत्सुजात और महाराज धृतराष्ट्र
  • ८- धृतराष्ट्रकी सभामें संजय पाण्डवोंका संदेश सुना रहे हैं
  • ९- भीमसेनका बल बखानते हुए धृतराष्ट्रका विलाप
  • १०- धृतराष्ट्रके द्वारा श्रीकृष्णका स्वागत
  • ११- श्रीकृष्णका कौरव-सभामें प्रवेश
  • १४- ययातिका स्वर्गारोहण
  • १५- दुर्योधनको गान्धारीकी फटकार
  • १६- भगवान् श्रीकृष्ण कर्णको समझा रहे हैं
  • १७- पाण्डवोंके डेरेमें बलरामजी
  • १८- पाण्डवोंकी विशाल सेना
  • १९- भीष्म-दुर्योधन-संवाद
  • २०- पाण्डव-सेनापति धृष्टद्युम्न
  • २१- भीष्म और परशुरामके युद्धमें नारदजीद्वारा बीच-बचाव
  • २२- शरणागत अर्जुन
  • २३- पंचमहायज्ञ
  • २४- अर्जुनके प्रति भगवान्‌का विराट्‌रूप-प्रदर्शन
  • २५- भगवान्‌के द्वारा भक्तका संसारसागरसे उद्धार
  • २६- चार अवस्था
  • २७- संसार-वृक्ष
  • २८- मोह-नाश
  • २९- श्रीकृष्ण एवं भाइयोंसहित युधिष्ठिरका भीष्मको प्रणाम करके उनसे युद्धके लिये आज्ञा माँगना
  • ३०- भीमसेन और भीष्मका युद्ध
  • ३१- अभिमन्युका युद्ध-कौशल
  • ३२- भीमसेनके बाणसे मूर्च्छित दुर्योधन
  • ३३- अर्जुनका व्यूहबद्ध कौरव-सेनाकी ओर श्रीकृष्णका ध्यान आकृष्ट करना
  • ३४- आकाशमें स्थित हुए घटोत्कचकी गर्जना और दुर्योधनके साथ उसका युद्ध
  • ३५- भीष्मजीका शिखण्डीसे युद्ध न करनेकी इच्छा प्रकट करना
  • ३६- अर्जुनका बाणद्वारा पृथ्वीसे जल प्रकट करके भीष्मजीको पिलाना