०५ चित्र-सूची

चित्र-सूची

  • १- उग्रश्रवाजीके द्वारा महाभारतकी कथा
  • २- रुरुके दर्शनसे सहस्रपाद ऋषिकी सर्पयोनिसे मुक्ति
  • ३- भगवान् विष्णुने चक्रसे राहुका सिर काट दिया
  • ४- ब्रह्माजीने शेषजीको वरदान तथा पृथ्वी धारण करनेकी आज्ञा दी
  • ५- आस्तीकने तक्षकको अग्निकुण्डमें गिरनेसे रोक दिया
  • ६- शुक्राचार्य और कच
  • ७- ययातिका पतन
  • ८- देवव्रत (भीष्म)-की भीषण प्रतिज्ञा
  • ९- धर्मराज और अणीमाण्डव्य
  • १०- अणीमाण्डव्य ऋषि शूलीपर
  • ११- शतशृंग पर्वतपर पाण्डुका तप
  • १२- बालक भीमके शरीरकी चोटसे चट्टान टूट गयी
  • १३- सुरंगद्वारा मातासहित पाण्डवोंका लाक्षागृहसे निकलना
  • १४- भीम अपने चारों भाइयोंको तथा माताको उठाकर ले चले
  • १५- हिडिम्ब-वध
  • १६- भीमसेन और घटोत्कच
  • १७- पाण्डवोंकी व्यासजीसे भेंट
  • १८- धृष्टद्युम्नकी घोषणा
  • १९- कुन्तीद्वारा ब्राह्मण-दम्पतिको सान्त्वना
  • २०- बकासुरपर भीमका प्रहार
  • २१- विश्वामित्रकी सेनापर नन्दिनीका कोप
  • २२- पाण्डव, द्रुपद और व्यासजीमें बातचीत
  • २३- व्यासजीद्वारा पाण्डवोंके पूर्वजन्मके वृत्तान्तका वर्णन
  • २४- सुन्द और उपसुन्दका अत्याचार
  • २५- तिलोत्तमाके लिये सुन्द और उपसुन्दका युद्ध
  • २६- सुभद्राका कुन्ती और द्रौपदीकी सेवामें उपस्थित होना
  • २७- श्रीकृष्ण और अर्जुनका देवताओंसे युद्ध
  • २८- अर्जुन और श्रीकृष्णको इन्द्रका वरदान
  • २९- पाण्डवोंद्वारा देवर्षि नारदका पूजन
  • ३०- जरासंधके भवनमें श्रीकृष्ण, भीमसेन और अर्जुन
  • ३१- भीमसेन और जरासंधका युद्ध
  • ३२- भीष्मका युधिष्ठिरको श्रीकृष्णकी महिमा बताना
  • ३३- शिशुपालका युद्धके लिये उद्योग
  • ३४- भूमिका भगवान्‌को अदितिके कुण्डल देना
  • ३५- शिशुपालके वधके लिये भगवान्‌का हाथमें चक्र ग्रहण करना
  • ३६- दुर्योधनका स्थलके भ्रमसे जलमें गिरना
  • ३७- द्यूत-क्रीडामें युधिष्ठिरसे पराजय
  • ३८- दुःशासनका द्रौपदीके केश पकड़कर खींचना
  • ३९- द्रौपदी-चीर-हरण
  • ४०- गान्धारीका धृतराष्ट्रको समझाना