चित्र-सूची
- १- उग्रश्रवाजीके द्वारा महाभारतकी कथा
- २- रुरुके दर्शनसे सहस्रपाद ऋषिकी सर्पयोनिसे मुक्ति
- ३- भगवान् विष्णुने चक्रसे राहुका सिर काट दिया
- ४- ब्रह्माजीने शेषजीको वरदान तथा पृथ्वी धारण करनेकी आज्ञा दी
- ५- आस्तीकने तक्षकको अग्निकुण्डमें गिरनेसे रोक दिया
- ६- शुक्राचार्य और कच
- ७- ययातिका पतन
- ८- देवव्रत (भीष्म)-की भीषण प्रतिज्ञा
- ९- धर्मराज और अणीमाण्डव्य
- १०- अणीमाण्डव्य ऋषि शूलीपर
- ११- शतशृंग पर्वतपर पाण्डुका तप
- १२- बालक भीमके शरीरकी चोटसे चट्टान टूट गयी
- १३- सुरंगद्वारा मातासहित पाण्डवोंका लाक्षागृहसे निकलना
- १४- भीम अपने चारों भाइयोंको तथा माताको उठाकर ले चले
- १५- हिडिम्ब-वध
- १६- भीमसेन और घटोत्कच
- १७- पाण्डवोंकी व्यासजीसे भेंट
- १८- धृष्टद्युम्नकी घोषणा
- १९- कुन्तीद्वारा ब्राह्मण-दम्पतिको सान्त्वना
- २०- बकासुरपर भीमका प्रहार
- २१- विश्वामित्रकी सेनापर नन्दिनीका कोप
- २२- पाण्डव, द्रुपद और व्यासजीमें बातचीत
- २३- व्यासजीद्वारा पाण्डवोंके पूर्वजन्मके वृत्तान्तका वर्णन
- २४- सुन्द और उपसुन्दका अत्याचार
- २५- तिलोत्तमाके लिये सुन्द और उपसुन्दका युद्ध
- २६- सुभद्राका कुन्ती और द्रौपदीकी सेवामें उपस्थित होना
- २७- श्रीकृष्ण और अर्जुनका देवताओंसे युद्ध
- २८- अर्जुन और श्रीकृष्णको इन्द्रका वरदान
- २९- पाण्डवोंद्वारा देवर्षि नारदका पूजन
- ३०- जरासंधके भवनमें श्रीकृष्ण, भीमसेन और अर्जुन
- ३१- भीमसेन और जरासंधका युद्ध
- ३२- भीष्मका युधिष्ठिरको श्रीकृष्णकी महिमा बताना
- ३३- शिशुपालका युद्धके लिये उद्योग
- ३४- भूमिका भगवान्को अदितिके कुण्डल देना
- ३५- शिशुपालके वधके लिये भगवान्का हाथमें चक्र ग्रहण करना
- ३६- दुर्योधनका स्थलके भ्रमसे जलमें गिरना
- ३७- द्यूत-क्रीडामें युधिष्ठिरसे पराजय
- ३८- दुःशासनका द्रौपदीके केश पकड़कर खींचना
- ३९- द्रौपदी-चीर-हरण
- ४०- गान्धारीका धृतराष्ट्रको समझाना