२७ अन्योक्तिमुक्तावली

‘अन्योक्तिमुक्तावली’ के संग्रहकार हंसविजयगणि जैन मुनि थे, जिन्होंने सम्प्रदायपरक अन्योक्तियों का यह संकलन १७३६ वि.सं. (सन् १६७६ ई.) में तैयार किया। अन्योक्तिमुक्तावली अन्योक्तियों का सबसे बड़ा संकलन है, जिसमें ८ परिच्छेदों में ११६६ पद्य हैं। इसकी अनेक अन्योक्तियाँ अन्यान्य सुभाषित संग्रहों में भी प्राप्त होती हैं। I