पद्यामृततरङ्गिणी’ के संग्रहकार हरिभास्कर आजाजी भट्ट या आपाजिनंद के पुत्र थे। वे काश्यपगोत्र में अग्निहोत्री ब्राह्मणकुल में हुए। उनके संग्रह में कुल ३०१ वर्णनात्मक पद्य हैं। हरिभास्कर ने इन पद्यों के साथ ४५ कवियों और ११ प्रबन्धकाव्यों के नाम दिये हैं। यह संकलन उन्होंने १७३० वि.सं. (१६७३ ई.) में तैयार किया। उनके पुत्र, जयराम ने । इस संकलन पर टीका लिखी थी।