२४ पद्यवेणी

‘पद्यवेणी’ के संग्रहकर्ता वेणीदत्त यात्रिक गोत्र में उत्पन्न नीलकंठ के पौत्र तथा जगजीवन के पुत्र थे। उन्होंने सत्रहवीं शताब्दी में प्रस्तुत संग्रह तैयार किया, जो छः तरंगों में विभक्त है। पद्यवेणी में ११४ नामतः कहे गये कवियों तथा कुछ अज्ञात कवियों के कुल मिलाकर ८८६ पद्य संकलित हैं। अनेक कवि वेणीदत्त के समकालिक प्रतीत होते हैं। वेणीदत्त ने स्वयं अपने रचे सुभाषित २३० भी इस संकलन में उद्धृत किये हैं। छ कि बिजाए ए जि