‘श्लोकसंग्रह’ के कर्ता मणिराम हैं। यह संकलन भी अप्रकाशित है तथा इसकी पांडुलिपि भंडारकर शोध संस्थान में है। इसमें १६०६ वर्णनात्मक पद्य हैं, कुल ११० प्रबंधों को उद्धृत किया गया है तथा कवियों में संग्रहकार मणिराम भी हैं। यह संग्रह १७वीं श्ताब्दी के उत्तरार्ध में तैयार किया गया। आनी