यह सुभाषितसंग्रह अभी तक अप्रकाशित है। इसका संकलन नन्दन ने १५वीं शताब्दी में किया था। यह विद्याकर के सुभाषितरत्नकोष की अनुकृति है। इसमें कुल १४२८ पद्य संकलित हैं तथा इसका विभाजन भी व्रज्याओं में किया गया है। सी. बृहच्छा धरपद्धति यह संकलन शार्गधरपद्धति का बृहत् संस्करण है। इसमें ५८८ पद्धतियाँ तथा ७५८६ पद्य हैं। यह अठारहवीं शताब्दी में तैयार किया गया।