सुभाषितसंग्रहों में शार्गधर द्वारा संकलित यह संग्रह सर्वाधिक लोकप्रिय रहा है। इसके संग्रहकार दामोदर के पुत्र राघव के पौत्र तथा राजा हम्मीर के थे। इन्होंने १४१३ वि.सं. (१३६३ ई.) में यह संकलन तैयार किया। इसमें १६३ पद्धतियाँ हैं तथा कुल ४६८६ पद्य प्राप्त होते हैं। मूलतः संकलन में ६३०० पद्य प्राप्त होने का उल्लेख मिलता है।