२९ वेङ्कटाध्वरि

१७वीं शताब्दी के पूर्वार्ध में विद्यमान वेंकटाध्वरि काञ्ची के निवासी थे। आप श्री वैष्णव मतानुयायी द्रविड़ ब्राह्मण थे। आपके पिता का नाम रघुनाथ दीक्षित और दादा का नाम अप्पय गुरु था। इनकी माता का नाम सिताम्बा था। आपके विद्यागुरु वेदान्ताचार्य वेंकटनाथ थे। आप विख्यात कवि नीलकण्ठ दीक्षित के सहपाठी थे। आप रामानुज सम्प्रदाय के श्रीवैष्णव थे। आपने साहित्य व दर्शन पर अनेक ग्रन्थ लिखे हैं तथापि आपके ये ग्रन्थ प्रसिद्ध हैं - द किसी १. लक्ष्मीसहस्र, २. विश्वगुणादर्शचम्पू तथा ३. हस्तिगिरिचम्पू। आपका संस्कृत वाणी पर प्रगाढ़ अधिकार है।