१६ जगद्धरभट्ट

राम-भारतीय शैवस्तोत्रकारों में जगद्धरभट्ट का नाम प्रख्यात है। उसके पितामह का नाम गौरधर तथा पिताश्री का नाम कवि रत्लधर था। जगद्धर का समय वि.सं. १४०७ (१३५० ई.) के आसपास माना जाता है।