Misc Detail प्रथम पृष्ठ ॥ ॐ श्रीपरमात्मने नमः॥ श्रीगोस्वामी तुलसीदासजीरचित कवितावली त्वमेव माता च पिता त्वमेव त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव। त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव त्वमेव सर्वं मम देवदेव॥ अनुवादक— इन्द्रदेवनारायण गीता सेवा ट्रस्ट