१३ सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची

वैखानस सम्प्रदाय : सामान्य परिचय वैखानस-आगम साहित्य के पूर्ण तथा अपूर्ण उपलब्ध एवं मात्र नाम से निर्दिष्ट प्राचीन ग्रन्थ तथा आधुनिक काल में विरचित अर्वाचीन ग्रन्थों की चर्चा लेख में की गई है। उन उपलब्ध तथा अनुपलब्ध ग्रन्थों की सूची अधोलिखित है। यहाँ पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित वैखानस-आगम सम्बद्ध अनुसंधानात्मक निबन्धों का भी निर्देश किया गया है १. विमानार्चनकल्प - ‘मरीचि’ की रचना, सं. व.र.च. भट्टाचार्य तथा से.मा. आचार्य, चन्ने पुरी, मद्रास-१६२६ (देवनागरी) २. आनन्दसंहिता - ‘मरीचि’ की रचना, ईगापलेम (आन्ध्रप्रदेश) - १६२४ ३. संज्ञानसंहिता विनि- ‘मरीचि’ की रचना, अनुपलब्ध जाट ४. वीरसंहिता पनि - ‘मरीचि’ की रचना, अनुपलब्ध होगा किकामा ५. विजयसंहिता का कि कि ‘मरीचि’ की रचना, अनुपलब्ध। जिला का ६. विजितसंहिता ‘मरीचि’ की रचना, अनुपलब्ध -3150) वि । ७.गा विमलसंहिता पामरीचि’ की रचना, अनुपलब्ध (52-xergoe) . ज्ञानसंहिता 55 ET_ ‘मरीचि’ की रचना, अनपलब्ध O IST ६. कल्पसंहिता _ ‘मरीचि’ की रचना, अनपलब्ध DEFITE १०. अनन्तसंहिता - ‘मरीचि’ की रचना, अनुपलब्ध ११. परमसंहितामा ‘मरीचि’ की रचना, अनपलब्ध न माय १२. खिलसंहिता का मरीचि’ की रचना, अनुपलब्ध १३. आदिसंहिता TRI मरीचि’ की रचना, तिरुपति क्षेत्र में स्व. आर. पार्थ शFTESTEPSIST सारथी भट्टाचार्य के पास मातृका रूप में साठ की निधई तिमल्क पाणी दशक में दृष्ट। हिमामा ताकी १४. सत्यकाण्ड ‘काश्यप’ का रचना, अनुपलब्ध १५. तर्ककाण्ड

  • ‘काश्यप’ की रचना, अनुपलब्ध १६. ज्ञानकाण्ड - ‘काश्यप’ की रचना, प्रकाशक-तिरुमल तिरुपति मानित कार्यकारी निर लीजार देवस्थान, तिरुपति; सं. स्व. आर. पार्थ सारथी भट्टाचार्य, कृष्णमान-शनाम जाणामाई १६६०ईकारागामालाणाशमा १७. कर्मकाण्ड
  • ‘काश्यप’ की रचना, अनुपलब्ध माजाशीष्ट १८. काश्यपकाण्ड - ‘काश्यप’ की रचना, अनुपलब्ध फक्तकरू ति १६. सन्तानकाण्ड - ‘काश्यप’ की रचना, अनुपलब्ध २०. पूर्वतन्त्र – ‘अत्रि’ की रचना, अनुपलब्ध सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची ५४६ २१. आत्रेयतन्त्र २.- ‘अत्रि’ की रचना, अनुपलब्ध जिल्लाका २४ २२. विष्णुतन्त्र
  • ‘अत्रि’ की रचना, अनुपलब्ध चिजका ३४ २३. समूर्तार्चनाधिकरणम् प्रया- ‘अत्रि’ की रचना, प्रकाशक-तिरुमल तिरुपति देवस्थानम्, (उत्तरतन्त्रम्) की मा तिरुपति, १६४२ ई. परमणिकायका २४. महातन्त्र जड़ी - ‘अत्रि’ की रचना, अनुपलब्ध गिरिकालाधिक 58 २५. पाद्मतन्त्र की- ‘अत्रि’ की रचना, अनुपलब्ध –ोजीकार २६. खिलतन्त्र
  • ‘भृगु’ की रचना, अनुपलब्ध हमनकामना । २७. पुरातन्त्र
  • ‘भृगु’ की रचना, मातृका रूप में अंशतः उपलब्ध २८. वासाधिकार -‘भृगु’ की रचना, मातृका रूप में स्व. आर. पार्थ सारथी भट्टाचार्य के पास दृष्ट स्थानी २६. चित्राधिकार कारा) - ‘भृगु’ की रचना, मातृका रूप में अंशतः उपलब्ध । ३०. मानाधिकार (JU2- ‘भृगु’ की रचना, मातृका रूप में अंशतः उपलब्ध । ३१. क्रियाधिकार - ‘भृगु’ की रचना, प्रकाशक-तिरुमल-तिरुपति देवस्थान, काका तिरुपति- १६५३ ई. पंछ तिसपा ३२. अर्चाधिकार 59 - ‘भृगु’ की रचना, मातृका रूप में स्व. आर. पार्थ सारथी भट्टाचार्य के पास दृष्ट ३३. यज्ञाधिकार ‘भृगु’ की रचना, सं.-डा. डी. रंगाचारी, हिन्दुरत्नाकर प्रेस, मद्रास-१६३० (तेलगु लिपि) सामना ३४. वर्णाधिकार - भृगु’ की रचना, मातृका रूप में अंशतः उपलब्ध ३५. प्रकीर्णाधिकार - ‘भृगु’ की रचना, प्रकाशक- शैलेन्द्रनाथ एण्ड सन्स, मद्रास-१६२६ ई. (तेलगु लिपि) कार ३६. प्रतिगृह्याधिकार - ‘भृगु’ की रचना, अनुपलब्ध सामान्य ३७. निरुक्ताधिकार - ‘भृगु’ की रचना, मातृका रूप में स्व. पार्थ सारथी APPRECIPIP भट्टाचार्य के पास दष्ट यायव PIFE ३८. खिलाधिकार - ‘भृगु’ की रचना, प्रकाशक-तिरुमल तिरुपति देवस्थानम्, तिरुपति, १६६१ ई. ३६. उत्तरतन्त्र
  • ‘भृगु’ की रचना, अनुपलब्ध ४०. वैखानससूत्रानुक्रमणिका - विखनसविरचित ४१. वैखानसधर्मसूत्रव्याख्या- तात्पर्यचिन्तामणि, श्रीनिवासमखी विरचित ४२. लक्ष्मीविशिष्टाद्वैत भाष्य - ब्रह्मसूत्र पर श्रीनिवासमखी विरचित ४३. श्रीवैखानसमीमांसा-मञ्जरी– वैखानससूत्रव्याख्या, श्रीनिवासमखी विरचित ४४. दशविधहेतुनिरूपण - श्रीनिवासमखी विरचित ५५० तन्त्रागम-खण्ड । ४५. आनन्दसंहिताटीका PTS IFE कि ‘नि ४६. वादरायणसूत्रवृत्ति - केशवाचार्यविरचित ४७. प्रतिष्ठाविधिदर्पण – प्रथम भाग, श्रीनृसिंह वाजपेय याजी विरचित ४८. भगवदर्चाप्रकरण - श्रीनृसिंह वाजपेय याजी विरचित (हाका ) ४६. ब्रह्मोत्सवानुक्रमणिका - श्रीनृसिंह वाजपेय याजी विरचितम ५०. प्रतिष्ठाविधिदर्पण- - श्रीनृसिंह वाजपेय याजी विरचित से काला ५१. अर्चनानवनीत क- श्रीकेशवाचार्य विरचित ५२. प्रयोगवृत्ति = वैखानससूत्र पर वृत्त्यात्मक ग्रन्थ-श्री सुन्दरराज विरचित ५३. काश्यपाज बुक एक- डा.टी. गौड्रीयन विरचित आफ विजडम् ५४. वैखानस आगमकोश - के.सं. विद्यापीठ, तिरुपति (अप्रकाशित) व ५५. वैखानस आगमकोश निदर्शन ग्रन्थ (FACESICUL) प्रकाशक-के.सं. नाम की जिम्का-काक विद्यापीठ, तिरुपति-१६७३ ५६. आगमकोश (अंग्रेजी) - तृतीय खण्ड; प्रो. एस.के. रामचन्द्र राव; कल्पतरु BEPE रिसर्च एकेडमी, बैंगलोर, १६६० ई.का . लेख तथा निबन्ध (डॉ. राघवप्रसाद चौधरी द्वारा लिखित) १. वैखानसागम-परिचय - ‘विश्वसंस्कृतम्’ १६७३ में प्रकाशित २. वैखानससम्प्रदायस्य प्राचीनत्वम् - ‘विश्वसंस्कृतम्’ १६६७ में प्रकाशित ३. वैखानस आगम-साहित्य तथा उसका व्यावहारिक रूप- ‘बदरीनाथ झा अभिनन्दन ग्रन्थ, दरभंगा, १६६७ ई. मापार ४. वैखानसागमस्य सूचिक्रमः- के.सं. विद्यापीठ, तिरुपति की पत्रिका ‘विमर्श’ में तिजा प्रकाशित कि चारा ५. वैखानसागमीय ब्रह्मतत्त्व - गंगानाथ झा के.सं. विद्यापीठ, जरनल, प्रयाग, १६६२ मानाकीकी काकी-जापाना मान तिमाल कोई नमिल्छी लागीमा ०४ काही मिनिगलकार जानकार की हिमानीकार गधीक्षिक की किमानीट्यामागगरिकानाकर लामाकागा मिना अनुमान पणालाना ,४ ५५१ सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची सवय २. पांचरात्र-परम्परा और साहित्य ESTE हत एक र संस्कृत-ग्रन्थ ला पन अथर्ववेद विशाचा माग का तृतीय भाग, भाष्यकार-श्रीपाद दामोदर सातवलेकर, कामास्वाध्याय मण्डल, पारडी, १९८५ ई. अहिर्बुध्न्यसंहिता निकाय शिसं-एम.डी. रामानुजाचार्य, संशोधक- पं.वी.कृष्ण माचार्य, द्वितीय संस्करण, अड्यार लाइब्रेरी, अड्यार, गाशोध मद्रास, १६६६ (दो खण्ड) पुणे गायला आगमप्रामाण्य गाय वाणा यामुनाचार्य, सं-एम.नरसिंहाचार्य, ओरियन्टल अनिकाल सि.जि - माइंस्टीट्यूट बड़ौदा, १६७६ ई. ईश्वरसंहिता सं-प्रतिवादिभयंकर अनन्ताचार्य, सुदर्शन प्रेस, जावाज निकास प्राषिः कांचीपुरम्, १६२३ ई. ऋग्वेद की चतुर्थ भाग, भाष्यकार-श्रीपाद दामोदर सातवलेकर, शामकाजी महिमा काका स्वाध्याय मण्डल, पारडी, १६८५ ई. कोण ऐतरेयब्राह्मण छान्दोग्योपनिषद् चतुर्थ संस्करण, गीताप्रेस, गोरखपुर, २०१६ संवत् काशिका वामन-जयादित्य, सं.-बालशास्त्री, द्वितीय संस्करण, कालिका मेडिकल हाल प्रेस, बनारस, १८६८ ई. कम जयाख्यसंहिता कुमार hts सं.-एम्बार कृष्णमाचार्य, ओरियन्टल इंस्टीट्यूट बड़ौदा, १६६७ ई तैत्तिरीयारण्यक (nel पाचगान कि प्रथम भाग, आनन्दाश्रम मुद्रणालय, पूना, १६२६ ई. तैत्तिरीयारण्यक 58505 . द्वितीय भाग, आनन्दाश्रम मुद्रणालय, १६२७ ई. परमसंहिताला जनम सं.-एस.कृष्णस्वामी अय्यंगार, ओरियन्टल इंस्टीट्यूट, बड़ौदा, १६४० ई. पांचरात्ररक्षा की जातवेदान्तदेशिक, श्रीमवेदान्तदेशिक ग्रन्थमाला, तृतीय सम्पुट, ३६ सन्निधि वीथी, कंजीवरम्-१६४१ ई. पादमसंहिता-१ गाना सिट छा सं.-श्रीमती सीतापद्मनाभन तथा रं.न. सम्पत, 50 पांचरात्र परिशोधन परिषद्, मद्रास-१६७४ ई. पामसंहिता- २ PELIP सं.-श्रीमती सीता पद्मनाभन तथा डा.वी. वरदाचारी, पांचरात्र परिशोधन परिषद्, मद्रास-१९८२ ई.. पारमेश्वरसंहिता का कालाजा सं.-गोविन्दाचार्य, १२२ नार्थ चित्रा स्ट्रीट, श्रीरङ्गम्, १६५३ ई. . बुद्धचरित कि काय अश्वघोष, तृतीय संस्करण, संस्कृत भवन, कठोतिया. ५५२ तन्त्रागम-खण्ड जोगा पूर्णिया (बिहार), १६५५ ई. भारद्वाजसंहिता (नारदपंचरात्र) टीका-सरयू प्रसाद मिश्र, वेंकटेश्वर (स्टीम) प्रेस, बम्बई, १६६२ संवत् भार्गवतन्त्र शिविणा सं.-राघव प्रसाद चौधरी, गंगानाथ झा केन्द्रीय संस्कृत चार विद्यापीठ, इलाहाबाद, १६८१ ई. महाभारत (भीष्मपर्व) बाजागा सं.-श्रीपाद दामोदर सातवलेकर, स्वाध्याय मण्डल शाध्यायविा गाया कमा पारडी, १६७२ ई. महाभारत (पंचम खण्ड) (5 ) गीताप्रेस, गोरखपुर, अदिनांकित महाभाष्य (हिन्दी व्याख्या सहित) प्रथम भाग, व्याख्याकार-युधिष्ठिर मीमांसक, श्री ३१ प्यारेलाल द्राक्षादेवी न्यास, सी-४, सी.सी. कालोनी, भाजन को दिल्ली, १६७६ ई.. यजुर्वेद 5 भाष्यकार-श्रीपाद दामोदर सातवलेकर, स्वाध्याय लकलाम गिळ काग-अलाचा मण्डल, पारडी, १६८५ ई. यतिराजसप्ततिा वेदान्तदेशिक, वेदान्तदेशिक ग्रन्थमाला-स्तोत्रावली विभाग, को राषि विजार ग्रन्थमाला आफिस, ३६ सन्निधि वीधी कंजीवरम्, असम की माला १६४० ई. यतीन्द्रमतदीपिका न प श्रीनिवासदास, आदिदेवानन्दकृत अंग्रेजी अनुवाद अजित निकाधिक जागच्छ और टिप्पणी सहित, श्री रामकृष्ण मठ मद्रास, मापन १६४६ ई. रामायण का प्रथम भाग (हिन्दी भाषान्तर सहित), द्वितीय संस्करण, पिका पक्षका गीताप्रेस, गोरखपुर, २०२४ संवत् रूपाजी लक्ष्मीतन्त्र नमी मागणीग सं.-पं. वी. कृष्णमाचार्य, प्रथम संस्करण, अड्यार लाइब्रेरी, अड्यार, १६५६ ई. विश्वामित्रसंहिता निकासी सं.-उण्डेमने शंकर भट्ट, केन्द्रीय संस्कृत विद्यापीठ, मावत विमान तिरुपति, १६७० ई. विष्णुपुराणालाममान विष्णुचित्तीय व्याख्या सहित, ग्रन्थमाला कार्यालय, KUR- S कांचीपुरम्, १६७२ ई. विष्णुसंहिता का सारा सं.-टी. गणपति शास्त्री, त्रिवेन्द्रम् संस्कृत सीरीज, st-Bाशा की नशा त्रिवेन्द्रम्, १६२५ ई. विष्णुसहस्रनाम भाष्य को अपराशर भट्ट ग्रन्थमाला आफिस, कांचीपुरम्, १६४६ ई. विष्वक्सेनसंहिता का मातम सं.-लक्ष्मी नरसिंह भट्ट, केन्द्रीय संस्कृत विद्यापीठ, तिरुपति, १६७२ ई. ५५३ सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची शतपथब्राह्मण १०० भाग १ और २, सं.-म.म. गोपीनाथ कविराज शाण्डिल्यसंहिता मिहार गवर्नमेन्ट संस्कृत लाइब्रेरी, काशी, १६३६ ई. श्रीप्रश्नसंहितामा जार सं.-श्रीमती सीता पद्मनाभन्, केन्द्रीय संस्कृत चाणका EpF HIFE मार विद्यापीठ, तिरुपति, १६६६ ई. जाया श्रीभाष्याणा जिजाए श्रीभगवद्रामानुजग्रन्थमाला, सं.-प्रतिवादिभयंकर अण्णंगराचार्य, ग्रन्थमाला आफिस, कांचीपुरम्, १६५६ ई. सात्वतसंहिताspno 56 5 अलशिङ्ग भट्ट विरचित भाष्य सहित, सं.- व्रजवल्लभ snnogobsw-swine द्विवेदी, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, ader १६८२ ई. सिद्धान्तकौमुदी msbsSAST द्वितीय भाग, मोतीलाल बनारसीदास,१६६१ ई. स्पन्दप्रदीपिका eratolaMtion उत्पलाचार्य, सं. -वामन शास्त्री इस्लामपुरकर, किशोर विद्या निकेतन, वाराणसी, १६६० ई. हयशीर्षसंहिता (पञ्चरात्रम्) sbs वारेन्द्र रिसर्च सोसाइटी, वारेन्द्र रिसर्च सोसाइटी, राजशाही, आदिकाण्ड, दो isinghotlineeriginadiभाग, सन् १९५२, १९५६ ई.lah een fard resetnina ar to yriqsipoildia १. पाणिनि कालीन भारतवर्ष डा. वासुदेव शरण अग्रवाल, मोतीलाल बनारसीदास, बनारस, २०१२ संवत् २. पाँचरात्रागमsinsaH I fov डा. राघवप्रसाद चौधरी, बिहार राष्ट्रभाषा ser cbolse titan परिषद्, पटना, १६८७ ई.sip ३. पुरुषसूक्त श्रीमद्विष्वसेनाचार्यस्वामि प्रणीत ‘मर्मबोधिनी’ M sthmoliL भाषा व्याख्या सहित, बरूअर यज्ञसमिति, suplso Yo vdieravin छपरा, २००६ संवत् rigsigorical ४.भागवत सम्प्रदाय bisy.v. बलदेव उपाध्याय, नागरी प्रचारिणी सभा, aserialse काशी, २०१० वि. संवत् a 1100 ५. भारतीय ज्योतिष goin मूल मराठी लेखक-श्री शंकर बालकृष्ण FBer-irlsa asbiacs दीक्षित, अनु.-शिवनाथ झारखण्डी, प्रकाशन sbrions ब्यूरो, सूचना विभाग, उत्तर प्रदेश,१६५७ ई. ६. लक्ष्मीतन्त्र धर्म और दर्शन डा. अशोक कुमार कालिया, अखिल भारतीय Soedasih संस्कृत परिषद्, लखनऊ, १६७७ ई. ७. वैदिक ऋषि एक परिशीलन डा. कपिलदेव शास्त्री, संस्कृत विभाग, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र, १६७८ ई. ८. वैदिक वाङ्मय का इतिहास VIDO भगवद्दत्त, द्वितीय संस्करण, श्रीरामलाल कपूर JOLDEELIVER C IPALTOnanotes ५५४४ G IH-GUE 2 TE (926H HTT) FE RE, 37H, 2093 Had H5197572 ६. वैष्णव धर्म गोचक मित्र का आचार्य परशुराम चतुर्वेदी, तृतीय संस्करण, istis Tots h ere at 4-efster, ARITH, 9EVU . 90. 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DE : E F G - 30 ਤੋਂ 5 ਸਾਲ ਰਲ ਜਿਲੀ ਜਿਤ ਜਤ ਗਿਆ ਕਿ ਓਇ ਸਿਤਾ ਉਸ ਔਲ ਦੀ ਸLFB 03 , ਓ , ਸ ਲਈ अथर्ववेद (मूलमात्र) haiupli बलसाड़) अभिनवगुप्त iso sha अष्टप्रकरणम् shadtense EVISDNBASTRisit 16115AMEng तन्त्रागम-खण्ड VIFICATEv३. पाशुपत, कालामुख व कापालिक मत Suboimli अथर्ववेद (मूलमात्र) - सातवलेकर संस्करण, स्वाध्याय मण्डल, पारडी (जि. bisaonediespeMS ne abbia SuisToTuncibnil अथर्वशिरस् उपनिषद् - उपनिषत्संग्रह द्रष्टव्य। 12 Sibs हिस्टोरिकल एण्ड फिलासफिकल स्टडीज डॉ. कान्तिचन्द्र पाण्डेय द्वितीय संस्करण, चौखम्बा संस्कृत सीरीज, NISHA deersmiv rtime वाराणसी, सन् १६६३ mariteriAL Gites 15 am (तत्त्वप्रकाश-तत्त्वसंग्रह-तत्त्वत्रयनिर्णय-रत्नत्रयभोग कारिका-नादकारिका-मोक्षकारिका-परमोक्षनिरासकारिका) lisauni ertagasyDiv -सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, सन् १९८८ 15X1bris आगम और तन्त्रशास्त्र व्रजवल्लभ द्विवेदी, परिमल पब्लिकेशन्स, दिल्ली . fo16928 सन् १९८४ melave avoigila A TONTIN आगमप्रामाण्यम् यामुनाचार्यकृतम्, गायकवाड़ ओरियन्टल सीरीज, बड़ोदा, सन् १९७६ आगममीमांसा व्रजवल्लभ द्विवेदीकृता, लाल बहादुर शास्त्री केन्द्रीय संस्कृत विद्यापीठ, नई दिल्ली, सन् १६८२ ईश्वरप्रत्यभिज्ञाविमर्शिनी - काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन् (दो भाग) १६१८-१६२१ ईश्वरप्रत्यभिज्ञाविवृति - काश्मीर संस्कृत-ग्रन्थावली, श्रीनगर, सन् विमर्शिनीस्तीन (तीन भाग) १६३८-१६४१ उत्तरषट्कम् (कुलदीपि- - सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, काव्याख्यासहितम्) सन् १६६४ उपनिषत्संग्रहः मोतीलाल बनारसीदास, वाराणसी, सन् १६७० ऋग्वेदः (मूलमात्रम्) - सातवलेकर संस्करण, स्वाध्याय मण्डल, पारडी (जि. बलसाड़)। एकलिङ्गमाहात्म्यम् सम्पादक-डॉ. प्रेमलता शर्मा, मोतीलाल बनारसी दास, वाराणसी, सन् १६७६ कश्मीर शैविज्म श्री जगदीश चन्द्र चटर्जी, द्वितीय संस्करण, श्रीनगर, सन् १६६२ कापालिक्स एण्ड डॉ. डी.एन. लोरेंजन, थामसन प्रेस (इंडिया लिमिटेड) कालामुख्स नई दिल्ली, सन् १६७२ सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची ५५७ कायावरोहण महातीर्थ कमी कराया गया मलमणिकती कारवणमाहात्म्यम् - गणकारिका परिशिष्ट (पृ. ३७-५७), गायकवाड़ गा5 ओरियन्टल सीरीज, बड़ौदा, द्वितीय संस्करण, गीत है कि सन् १६६६ मीर - फोकारवाल्का कूर्मपुराणम् कालीम लिन मनसुखराय मोर, कलकत्ता, सन् १९६२ मारणार कूर्मपुराण :धर्म और दर्शन - डॉ. करुणा एस. त्रिवेदी, मोतीलाल का बनारसीदास, वाराणसी, सन् १६८४ र हालातहक कृष्णयमारितन्त्रम् - केन्द्रीय उच्च तिब्बत शिक्षा संस्थान, सारनाथ,) (सव्याख्यम्) वाराणसी, सन् १६६२ कमीजमाफी विलाई कौलज्ञाननिर्णयः इति सम्पादक-डॉ. पी.सी. बागची, कलकत्ता संस्कृत पार सीरीज, कलकत्ता, सन् १६३२ . मनाया गया गणकारिका (विविध गावा-गायकवाड़ ओरियन्टल सिरीज, बड़ौदा, सन् १६६६। परिशिष्ट सहिता) गुह्यादि-अष्टसिद्धिसंग्रहः –ण केन्द्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान, सारनाथ, विणाय वाराणसी सन् १९८७ रिशिष्ट तत्त्वप्रकाश की अष्टप्रकरण द्रष्टव्य। किसान का तन्त्रयात्रा

  • व्रज वल्लभार्य द्विवेदिता, रत्ना पब्लिकेशन्स, कमच्छा, वाराणसी सन् १९८३ जीवित तन्त्रसारः प्रकार काना - अभिनवगुप्त विरचितः, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन् १६१८ काश्मीर संस्कृत-ग्रन्थावलि, १२ भाग, श्रीनगर, सन् । १६१८-१९३८ तान्त्रिक वाङ्मय में - म.म. गोपीनाथ कविराज, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, । शाक्त दृष्टि पटना सन् १६६३ तैत्तिरीयसंहिता ई मा आनन्दा आनन्दाश्रम मुद्रणालय, पूना तैत्तिरीयारण्यकम् आनन्दाश्रम मुद्रणालय, पूना त्रिपुरसुन्दरीदण्डकम् ॥ ज (नित्य (नित्याषोडशिकार्णवपरिशिष्ट), सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, सन् १९८४ S नारदीयमहापुराणम् नाग पब्लिकेशन्स, दिल्ली, सन् १९८४ निगमागम संस्कृति (हिन्दी)– वीरशैव अनुसन्धान संस्थान, जंगमबाड़ी मठ, वाराणसी, सन् १९६२ निगमागमीयं संस्कृतिदर्शनम् - शैवभारती शोध प्रतिष्ठान, जंगमबाड़ी मठ, वाराणसी, सन् १९६५ तन्त्रालो तन्त्रागम-खण्ड ५५८ नित्याषोडशिकार्णवः । सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, द्वितीय व्याख्याद्वयविविध- 09-JE संस्करण, सन् १९८४ परिशिष्टविभूषितः hी जित निधि नेत्रतन्त्रम् (उद्योतसहितम्) - परिमल पब्लिकेशन्स, दिल्ली, सन् १९८५ न्यायभूषणम् 9328 - भासर्वज्ञकृतम्, सम्पादक-स्वामी योगीन्द्रानन्द, षड्दर्शन चालाजति प्रकाशन, वाराणसी, सन् १६६८ गणोरक न्यूकैटलाग्स कैटलागरम् - मद्रास विश्वविद्यालय, मद्रास, सन् १९६८-१६६१ Pा शिटी की तिः परमोक्षनिरासकारिका - अष्टप्रकरण द्रष्टव्य। रिक पाशुपतसूत्रम् - त्रिवेन्द्रम् संस्कृत ग्रन्थमाला, त्रिवेन्द्रम्, सन् १६४० पञ्चार्थभाष्यसहितम् पुराणम् (षाण्मासिक मी काशीराज ट्रस्ट, रामनगर, वाराणसी।) कशीकरण पत्रिका) (मी आणि पुराणवर्णिताः पाशुपता - व्रजवल्लभ द्विवेदी, पुराणम् व.२४, अ. २, सन् १६८२ योगाचार्याः पुरातन निबन्धावली महापण्डित राहुल सांस्कृत्यायन, किताब बाजारा । महल, इलाहाबाद प्रज्ञोपायविनिश्चयसिद्धि . - गुह्यादि-अष्टसिद्धिसंग्रह द्रष्टव्य। प्रतिष्ठालक्षणसारसमुच्चय - वैरोचन शिवाचार्यकृत, नेपाल राजकीय प्रकाशन, क (दो भाग) काठमाण्डू, संवत् २०२३, २०२५ प्रपञ्चसारः(भागद्वयात्मकः)ी आगमानुसन्धान समिति, कलकत्ता सन् १६३५ जिक बोधिचर्यावतार ब्रह्मसूत्रभाष्यम् भास्कराचार्यविरचितम्, चौखम्बा संस्कृत सीरीज, वाराणसी, सन् १६१५ ब्रह्मसूत्रभाष्यम् शङ्कराचार्यविरचितम्, निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, सन् १९४८ भारतीय दर्शन का – (पांच भाग, हिन्दी अनुवाद) राजस्थान हिन्दी ग्रन्थ इतिहास अकादमी, जयपुर, सन् १९७५ मतङ्गपारमेश्वरम् हम मा (भागद्वये पादचतुष्टयात्मकम्), फ्रेंच शोध संस्थान, । पांडिचेरी, सन् १६७७, १६८२ मनुस्मृतिः हा विक्रमा- निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, सन् १९२६ : जोगामी (भाषानुवादसहिता) 23 FH RSST सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची महाभारतम्लामा गीताप्रेस, गोरखपुर मिशीगाण्डार (भाषानुवादसहितम्) महिम्नस्तोत्रम् क ता- मधुसूदनीव्याख्यासहितम्, निर्णयसागर प्रेस, कितीजमाए बम्बई, सन् १६३० IFPामा मिडीवल रिलीजियस - प्रो.जे. गोण्डा, ओटो हारालोविट्ज, वीजवाडन, जर्मनी, लिट्रेचर इन संस्कृत नाम-सन् १९७७ मा मुण्डकोपनिषत् : हा - उपनिषत्संग्रह द्रष्टव्य मृगेन्द्रवृत्तिदीपिका कलाली- शिवागम सिद्धान्त परिपालन संघ, देलसालपुरी, सन् १६२८ मा मृगेन्द्रागमः (क्रियाचर्यापादौ)- फ्रेंच इंस्टीट्यूट, पांडिचेरी, सन् १९६२ मृगेन्द्रागमः (विद्यायोगपादौ)- कश्मीर संस्कृत ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन् १६३० मोक्षकारिका जाय अष्टप्रकरण द्रष्टव्य यज्ञस्तिलकचम्पू एण्ड - डॉ. कृष्णकान्त हाण्डीकी, जीवराज जैन ग्रन्थमाला, इण्डियन कल्चर शोलापुर, सन् १६४६ योगवासिष्ठम् सव्याख्यम्, - मोतीलाल बनारसीदास, रिप्रिन्ट, (भागद्वयात्मकम्) सन् १९८४ मास्टफोर्ड रत्नत्रयम् अष्टप्रकरण द्रष्टव्य छ । कालीफिश लिङ्गपुराणम् गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, मनसुखराय मोर, कलकत्ता, वा Safणतमा सन् १९६० मा लुप्तागमसंग्रहः गाजाका सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, काका (द्वितीयो भागः) EF, सन् १९८३ वामनपुराणम् जाम - नाग पब्लिकेशन्स, दिल्ली, सन् १६८३ जापानको वायवीयसंहिता - पण्डित पुस्तकालय, काशी, संवत् २०२० (शिवपुराणीया) शीशी वायुपुराणम् मनसुख राय मोर, कलकत्ता, सन् १६५६ वष्णव, शव आरजा नाम डॉ. आर.जी. भण्डारकर (हिन्दी अनुवाद), भारतीय अन्य धार्मिक मत विद्या प्रकाशन, वाराणसी सन् १९६७ शतरत्नसंग्रहः किन - उमापति शिवाचार्यकृतः, आगमानुसन्धान समिति कलकत्ता, सन् १६४४ शक्तिसंगमतन्त्रम् गायकवाड़ ओरियन्टल सीरीज, बड़ोदरा, सन् १६३२, (भागचतुष्टयात्मकम्) ४१, ४७, ७८
  • अच्युत ग्रन्थमाला, वाराणसी, सन् १९८७ (भागद्वयात्मकम्) शतपथब्रामणम् ५६० । तन्त्रागम-खण्ड अण शरणागतिगद्यम् - रामानुजाचार्यकृतम्, रामानुज ग्रन्थमाला, मामला पृ. १७३-१७६ शारदातिलकम् भागा- आगमानुसन्धान समिति, कलकत्ता, सन् १६३३ नहीर (भागद्वयात्मकम्) शिवदृष्टि: छावा ली या सोमानन्दकृता, उत्पलभट्टकृतवृत्तिसहिता, कश्मीर नवार्य संस्कृत ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन् १६३४ जिवी शिवपुराणम्
  • पण्डित पुस्तकालय, काशी, संवत् २०२० नाममा शुक्लयजुर्वेदमाध्यन्दिन- - उवटमहीधरभाष्यसहिता, मोतीलाल बनारसीदास,लपिम् संहिता पुनर्मुद्रण, सन् १९८७ शैवदर्शनबिन्दुः ६३३१ ली डॉ. कान्ति चन्द्रपाण्डेयरचितः, सम्पूर्णानन्द संस्कृत यि E की विश्वविद्यालय, वाराणसी, सन् १९६७ मा गाष्टि शैवपरिभाषा शिवाग्रयोगीन्द्रविरचिता, मैसूर विश्वविद्यालय ग्रन्थमाला, लामाकार हालत मैसूर, सन् १९५० सालागीच शैवभूषणम् शैवमत
  • डॉ. यदुवंशी, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना, भीम सन् १६५५ श्वेताश्वतरोपनिषत् - उपनिषत्संग्रह द्रष्टव्य। षड्दर्शनसमुच्चयःमि मा राजशेखरसूरिकृतः, गणकारिका परिशिष्ट, गायकवाड़ सीरीज, बड़ोदा द्वितीय संस्करण, सन् १९६८ षड्दर्शनसमुच्चयः का- हरिभद्रसूरिविरचितः, गुणरत्नकृतव्याख्यासहितः, मामाल भारतीय ज्ञानपीठ, वाराणसी, सन् १९७० पार निकी) सर्वदर्शनसंग्रहः - सायणमाधवकृतः, आनन्दाश्रम मुद्रणालय, पूना, शुचयांक OGosi सन १६२८ गया। शिवा साधनमाला (द्वौ भागौ) - गायकवाड़ ओरियन्टल सीरीज, बड़ोदा, द्वितीय भा) संस्करण, सन् १९६८ सारस्वती सुषमा 5 (त्रैमासिक अनुसन्धान पत्रिका), सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी। सार्धत्रिशतिकालोत्तरम् गाना- भट्टरामकण्ठकृत वृत्तिसहितम्, फ्रेंच इंस्टीट्यूट, पांडिचेरी, सन् १६७६ सिद्धान्तप्रकाशिका सर्वात्मशम्भुविरचिता, शैव भारती शोध प्रतिष्ठान, ' जंगमवाड़ी मठ, वाराणसी, सन् १९६६ सिद्धान्तशिखामणिः - व्याख्यापरिशिष्टादि संवलित, शैवभारती भवन, सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची म जंगमवाड़ी मठ, वाराणसी, सन् १६८६, १६६३ सुभाषितसंग्रहः ६ – सम्पादक-डॉ. सी. बैंडेल, पेरिस सुभाषितावलिः किल्ली - वल्लभदेवकृतिः बम्बई संस्कृत एण्ड प्राकृत सीरीज, और गाना hiपूना, सन् १९६१ सूतसंहिता
  • स्कन्दपुराणान्तर्गता, सव्याख्या, ३ भाग, आनन्दाश्रम -जगी संस्कृत ग्रन्थावलि, पूना, १६२४-२५ मार सौन्दर्यलहरी नाशी- गणेश एण्ड कम्पनी, सन् १६५७ (टीकात्रयसहिता)भागी गुलामी स्तवचिन्तामणिः - भट्ट नारायणकण्ठकृता, सव्याख्या, कश्मीर संस्कृत चालक ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन १६१८ स्वच्छन्दतन्त्रम् - सव्याख्यम्, परिमल पब्लिकेशन्स, दिल्ली, सन् १९८५ हठयोगप्रदीपिका - सव्याख्या, भाषानुवादसहिता, मोतीलाल बनारसीदास, वाराणसी, सन् १६७३ हिस्ट्री आफ शैव ईतर - डॉ. वी.एस. पाठक, अविनाश प्रकाशन, इलाहाबाद, कल्ट्स इन नार्दर्न इण्डिया सन् १६८० हेवज्रतन्त्रम् - सव्याख्यम् (बौद्धतन्त्र), आक्सफोर्ड युनिवर्सिटी, पुनर्मुद्रित, सन् १९८० तन्त्रागम-खण्ड ५६२ ४. द्वैतवादी सिद्धान्त-शैवागम अथर्ववेद रॉथ और विटनी, बर्लिन, सन् १६२४ मा अभिनवगुप्त कार - ए हिस्टोरिकल एण्ड फिलासोफिकल स्टडीज- जाम डां. कान्ति चन्द्र पाण्डेय, द्वितीय संस्करण, चौखम्बा मायाकार या संस्कृत सीरीज, वाराणसी, सन् १६६३ HD अष्टप्रकरणम् – (तत्त्प्रकाश-तत्त्वसंग्रह-तत्त्वत्रयनिर्णय-रत्न 9 भोगकारिक-नादकारिका-मोक्षकारिका- चिकनी परमोक्षनिरासकारिका) - सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, शाका) कोका जा सन् १६८८का छ
  • प्रो. वज्रवल्लभ द्विवेदी, श्री लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रिय किती निक, संस्कृत विद्यापीठ, नई दिल्ली, सन् १९८२ करा ईश्वरप्रत्यभिज्ञाविमर्शिनी - कश्मीर संस्कृत ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन्कोसमष्ठित (दो भाग) १६१८-१६२१ गागाई ईशान शिवगुरुदेव-पद्वति - ईशान शिवकृत, भारतीय विद्या प्रकाशन, सन् १९८८ (चार भाग) ऋग्वेद किनी मि- सं-मैक्समूलर, लन्दन, सन् १८४६ काव्यमीमांसा - राजशेखरकृत, कृष्णयजुर्वेद (तैत्तिरीय - आनन्दाश्रम संस्कृत सीरीज पर संहिता) क्रियाक्रमद्योतिका - अघोर शिवाचार्यकृत, डिस्क्रिप्टिव कैटलाग - ३ भाग, फ्रेंच इन्स्टिट्यूट आफ इन्डोलाजी, पूना तत्त्वप्रकाश (तात्पर्यदीपिका– द्रष्टव्य ‘अष्टप्रकरणम्’ टीका सहित) तन्त्रसारः
  • अभिनवगुप्तकृतः, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन् १६१८ तन्त्रालोकः (सव्याख्यः) - १२ भाग, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन् १६१८-१९३८ तान्त्रिक वाङ्मय में - म.म. गोपीनाथ कविराज, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, शाक्तदृष्टि पटना, सन् १६६३ तान्त्रिक साहित्य - म.म. गोपीनाथ कविराज, हिन्दी समिति, सूचना विभाग, उत्तर प्रदेश, लखनऊ, सन् १६७२ सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची नरेश्वरपरीक्षा - काश्मीर सीरीज आफ टेक्स्ट एण्ड सीरीज के (रामकण्ठकृतटीका सहिता) नादकारिका द्रष्टव्य ‘अष्टप्रकरणम्’ नैमित्तिकक्रियानुसन्धान – ब्रह्मशम्भुकृत न्यू कैटलागस कैटलागोरम् - १३ भाग, मद्रास विश्वविद्यालय, मद्रास, सन् १६६८-१६६१ पातञ्जलयोगसूत्रम् - सभाष्य वाचस्पति मिश्रकृत व्याख्या सहित, कमुकाम आनन्दाश्रम मुद्रणालय, पूना, सन् १६३२ पृथ्वीराजविजय (जोनराजकृत टीका सहित) प्रतिष्ठालक्षणसमुच्चयः - दो भाग, वैरोचन शिवाचार्यकृतः, नेपाल राजकीय Pा प्रकाशन, काठमाण्डू, संवत् २०२३, २०२५ प्राच्यविद्या निबन्धावली - डॉ. वासुदेव विष्णु मिराशी, मध्यप्रदेश ग्रन्थ माला, PE भोपाल, चतुर्थखण्ड, सन् १९७४ APPS प्रायश्चित्तसमुच्चय - हृदयशिवकृत ब्रह्मयामलम्
  • पाण्डुलिपि, दरबार पुस्तकालय, नेपाल ब्रह्माण्डपुराण - मोतीलाल बनारसीदास, वाराणसी, सन् १६७३ र भारतीय संस्कृति और - म.म. गोपीनाथ कविराज, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, साधना (भाग १-२) पटना, सन् १६६३, १६७६ मतंगपारमेश्वरम् - २ भाग, पादचतुष्टयात्मक, फ्रेंच शोध संस्थान, पाण्डिचेरी, सन् १६७७, १९८२ मनुस्मृतिः पावकार - भाषानुवाद सहित, निर्णयसागर प्रेस, गोरखपुर मृगेन्द्रागमः फ्रेंच इस्टीट्यूट, पाण्डिचेरी, सन् १९६२ (क्रिया-चर्यापादौ) मृगेन्द्रागमः (विद्या-योगपादौ)– काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन् १६३० मक्षिकारिका
  • द्रष्टव्य ‘अष्टप्रकरणम् रघुवंशम् कालिदासकृतम्, निर्णयसागर प्रेस, बम्बई रत्नत्रयपरीक्षा द्रष्टव्य ‘अष्टप्रकरणम्’ रामचरितमानस - गीताप्रेस, गोरखपुर रौरवागमः दो भाग सं. एन.आर.भट्ट, फ्रेंच इन्स्टिट्यूट आफ इन्डोलाजी, पाण्डिचेरी, सन् १६६१, १६७२ लिंगपुराणम् गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, मनसुखराय मोर, कलकत्ता, सन् १९६० । तन्त्रागम-खण्ड वरिवस्यारहस्यम् ा
  • सं. प.एस.सुब्रहमण्य शास्त्री, दि अड्यार लाइब्रेरी एण्ड रिसर्च सेन्टर, अड्यार, मद्रास, सन् १६७३ - विमल शिवकृतम्, पाण्डुलिपि, दरबार पुस्तकालय, विमलावतीतन्त्रम् नेपाल शिवदृष्टिः माता - सोमानन्दकृता, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन् १६३४ मत शिवपुराणम् जि - पण्डित पुस्तकालय, काशी, संवत् २०२० जिल्का शैवदर्शनबिन्दुः - डॉ. कान्तिचन्द्र। डॉ. कान्तिचन्द्र पाण्डेयरचितः, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, सन् १९३७ जागा शैवभूषण या नाणी - परमानन्दकृत शशि शैवमत
  • डॉ. यदुवंशी, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना, सन् १६५५ सर्वदर्शनसंग्रहः - सायणमाधवकृतः, आनन्दाश्रम मुद्रणालय, पूना, सन् १६२८ बारीक सिद्धान्तसारावलिः नाईक त्रिलोचन शिवाचार्यकृता स्कन्दपुराणम् जि- पाँच खण्ड, गुरुमण्डलमाला, कलकत्ता, पिण्डपाता सन् १६५६-६२ स्वच्छन्दतन्त्रम् - सं. प्रो. व्रजवल्लभ द्विवेदी, परिमल पब्लिकेशन्स, शाक नई दिल्ली, सन् १९८५ हलायुधस्तोत्र
  • इपिग्राफिका इन्डिका (भाग २५) हिस्ट्री आफ शैव कल्ट - डॉ. वी. एस. पाठक, अविनाश प्रकाशन, इलाहबाद, इन नार्दर्न इण्डिया का । सन् १६८० मिनी oक गीत जिजिया को पदावनि चिसलिकन) समष्टि उत्तम मारमाजान लामाणासन्दर्भ ग्रन्थ-सूची ET ५. सहायक ग्रन्थ सूची WEHEN 1. Arokiasamy. A.P. - The Doctrine of Grace : Saiva Siddhanta, Trichinopoly, 1935 2. Devasenapati, V.A. - Śaiva Siddhānta, University of Madras 1960
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  • Tiruvarutpayan " 1968 (Tamil) 23. Siddalingaiah, T.B. he. Origin & Development of Śaiva Siddhānta upto 14th, Century, Madura University 1979. 24. Sivaraman, K . Śivajñāna Siddhiyār (Tr. in Eng.) Tiruppanandar! 1949. 25. Somasundaram, P.S. - Tirujñana Sambandar. Vānive Su n s 7018| Pathippakamri Madras, 1986. 26. 14 Siddhānta Šāstras. 9 in Tamil. 2000 y WEB Wooo 9.25 Sinable sige ISOLA EMAS TERPES Shond isolasit ५६७ माधवराहणार सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची ६. काश्मीर शैव दर्शन, संकेत ग्रन्थ या ग्रन्थकार प्रकाशक नि अ.प्र.पं. अनुत्तरप्रकाशपञ्चशिका- आदिनाथ कश्मीर ग्रन्थावलि, श्रीनगर आ.वि.सु. आत्मविलाससुन्दरी- अमृतवाग्भव सैद्धदर्शन शोध संस्थान, । जम्मू ई.प्र. ईश्वरप्रत्यभिज्ञा– उत्पलदेव काश्मीर ग्रन्थावलि, श्रीनगर ई.प्र.वि. ईश्वरप्रत्यभिज्ञाविमर्शिनी— अभिनवगुप्त ई.प्र.वि.वि. ईश्वरप्रत्यभिज्ञाविवृतिविमर्शिनी- " .. ऋ.वे. ऋग्वेद- श्रुति निर्णयसागर, बम्बई से क.उ. कठोपनिषद् चि.ग.च. चिद्गगनचन्द्रिका- श्रीवत्स(कालिदास) आगमानुसन्धान समिति, मी कलकत्ता त.सा. तन्त्रसार अभिनवगुप्त काश्मीर ग्रन्थावलि, श्रीनगर त.आ. तन्त्रालोक त.आ.हि.व्या. तन्त्रालोक (हिन्दी व्याख्या)- व्याख्याकार-डॉ. परमहंस मिश्र, संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी त.आ.वि. तन्त्रालोकविवेक जयरथ प.सा.वै. परमार्थसार (वैष्णव)- आदिशे (पतंजलि) अच्युतग्रन्थमाला, वाराणसी प.सा.शै. परमार्थसार (शैव)- अभिनवगुप्त काश्मीर ग्रन्थावली, श्रीनगर प.शं.म.स्त. परशम्भूमहिमस्तोत्र- दुर्वासा अड्यार प्रकाशन, मद्रास बा.वो.न्या. बालबोधिनीन्यास- अतिकण्ठ आनन्दाश्रम, बम्बई प.त्री.वी. परात्रीशिका-विवरण- अभिनवगुप्त काश्मीर ग्रन्थावली, श्रीनगर .स्तो. भुवनेश्वरी स्तोत्र पृथ्वीधर चौखम्बा प्रकाशन, वाराणसी ܕܙ ܕܕ ५६८. तन्त्रागम-खण्ड म.भा. महाभारत महार्थमञ्जरीपरिमल म.म.प. मा.वि.व. मालिनीविजयवार्तिक- या.स्मृ. यो.ह.दी. याज्ञवल्कास्मृति योगिनीहृदयदीपिका रा.त. राजतरंगिणी वि.मै.उ. विज्ञानभैरवोद्योत शि.दृ. शिवदृष्टि शि.सु.वा. शिवसूत्रवार्तिक-ना) शि.सु.वा.व. शिवसूत्रवार्तिक शि.सू.वि. शिवसूत्रविमर्शिनी शि.स्तो. शिवस्तोत्रावलि व्यास भण्डारकर प्रकाशन, पुणे महेश्वरानन्दनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी अभिनवगुप्त काश्मीर ग्रन्थावलि, श्रीनगर याज्ञवल्क्य निर्णयसागर प्रेस, बम्बई अमृतानन्दनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी कल्हण औरेलस्टेन प्रकाशन, बम्बई शिवोपाध्याय काश्मीर ग्रन्थावली, श्रीनगर सोमानन्द काश्मीर ग्रन्थावली, श्रीनगर भट्ट भास्कर वरदराज क्षेमराज उत्पलदेव चौखम्बा प्रकाशन, वाराणसी निर्णयसागर प्रेस, बम्बई अमृतवाग्भव श्रीपीठ प्रकाशन, जम्मू उत्पलदेव काश्मीर ग्रन्थावली, DITES श्रीनगर भट्टकल्लट क्षेमराज उत्पलवैष्णव ई.जे. लजारूस कम्पनी, वाराणसी रामकण्ठ काश्मीर ग्रन्थावलि, श्रुति श्वे.उ., सि.म.र. सि.त्र. श्वेताश्वरतरोपनिषद् सिद्धमहारहस्य सिद्धित्रयी स्प.का. स्प.नि. स्प.प्र. स्पन्दकारिका स्पन्दनिर्णय स्पन्दप्रदीपिका स्प.वि. स्पन्दविवृति श्रीनगर जिला स्पन्दसन्दोह स्प.सं. स्प.स. क्षेमराज भट्ट कल्लट स्पन्दसर्वस्व किन सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची सोला ७. वीरशैव धर्म-दर्शन किया नमुकिमा क्र.सं. ग्रन्थ-नाम ग्रन्थप्रणेतुर्नाम तत्समयः १. अनादिवीरशैवसारसंग्रहः । गूलूरुसिद्धवीरणाचार्यः मा १६०० २. अनुभवसूत्रम् (तन्त्रसंग्रहः, भाग २) सं.सं. वि.वि. वाराणसी १६७० ई. ३. ईशावास्योपनिषत् शाङ्करी व्याख्या, शङ्कर 302 विलास संस्कृत पाठशाला, मैसूर का धमाका १६७६ ई. ४. कैवल्योपनिषत्सादाशिवभाष्यम् नशेगाव सदाशिवशिवाचार्यः १६४८ ५.35 कैवल्यसारः का भरितोण्टदार्यः गाना १६६० ६. कारणागमः पञ्चाचार्य इ. प्रेस, मैसूर । १६५६ जाना ७. क्रियासार:-भाग १-३, ओ. आर.आय., मैसूर, | १६५४. ५७. ५८ ८. 37 गुरुवंशकाव्यम्, वाणीविलास मुद्रणालय, श्रीरङ्गम्। कायादीननाद चन्द्रज्ञानागमः-काशीनाथ ग्रन्थमाला, मैसूर १६५६ १०.० तन्त्रयात्रा-रत्ना प्रकाशन, कमच्छा, वाराणसी लार कमान१६८२ ११. तन्त्राधिकारिनिर्णयः-राजराजेश्वरी मुद्रणालय, वाराणसी APRIL १६४५ १२. पण्डिताराध्यचरितम्य गुरुराजकविः PARSIPOSITE ०० १३. पारमेश्वरागम-वीरशैवलिङ्गब्राह्मणग्रन्थमाला, सोलापुर -किल्ला १६०४ १४. ब्रह्मसूत्रशाङ्करीवृत्तिः-शङ्करविलास संस्कृत पाठशाला, मैसूर : १६७४ ई. १५. ब्रह्मसूत्रश्रीकरभाष्यम् १.२ भाग, प्राच्यविद्या संशोधनालय, मैसूर । १६७७ ई. १६. भगवद्गीता वीरशैवभाष्यम्-टी.जी. सिद्धप्पाराध्यः HEARD १९६६ १७. महानारायणोपनिषद् भाष्यम् तमाम वृषभपण्डिताराध्यः गोशाक १४०० १८. रेणुकचम्पू: मीणा ईशानशिवगुरुः मान ६५० १६. रेणुकविजयचम्पू: सिद्धनाथ शिवाचार्य ६६० २०. लिङ्गधारणचन्द्रिका-जंगमवाड़ी मठ, वाराणसी २१. लिङ्गपुराणम्-पुण्वाड वेङ्कटराय काञ्ची, जणगा बा १६७६ २२. वातुलशुद्धारण्यतन्त्रम् (तन्त्रसंग्रह: भाग २) सं.सं.वि.वि. वाराणसी १६७० ई. २३. विशेषार्थप्रकाशिका, मुरुधामठ, धारवाड
  • १६६१ ई. २४. वीरमाहेश्वराचारसंग्रहः नीलकण्ठनागनाथाचार्यः ।। १३०० २५. वीरमाहेश्वराचारसारोद्धारः लक्ष्मीधराराध्यः पण १३०० २६. वीरशैवप्रदीपिका मरितोण्टदार्यःया १६६० २७. वीरशैवविलासः पादपूजाबसवलिङ्गदेशिकेन्द्रः मागणी- THE-महFo4 TUESTHANDSIC ८७० १७०० तन्त्रागम-खण्ड २८. वीरशैवान्वयचन्द्रिका क-FF आराध्यवीरेश शास्त्री २६. वीरशैवाचारकौस्तुभः मौनप्पपण्डितः ३०. वीरशैवाचारप्रदीपिका पाए गुरुदेवकविः ३१… वीरशैवाष्टावरणप्रमाणाष्टकाभरणम् । इवटूरिनन्दिकेश्वरशास्त्री ३२. वीरशैवेन्दुशेखरः नही पण्डितसदाशिवशास्त्री जाल १६२० ३३. वीरशैवोत्कर्षसंग्रहः ____ उसका पी.आर. करिबसव शास्त्री १६०८ ३४. वीरशैवधर्मशिरोमणिः-कन्यका परमेश्वरी प्रेस, मैसूर मार को काक १६०८ ३५. वीरशैवसदाचारसंग्रह:-वीरशैवलिङ्गब्राह्मणग्रन्थमाला, सोलापुर -१६०५ ई. ३६. वीरशैवानन्दचन्द्रिका-मूरूसाविर मठ, हुबली फा १६३६ ३७. वेदान्तसारवीरशैवचिन्तामणिः-वी.लि.ब्रा. ग्रन्थमाला, सोलापुर मग १६०५ ई. 3 ३८. श्वेताश्वतरोपनिषद्वीरशैवभाष्यम् …मोटी.जी. सिद्धप्पाराध्यः स १६६५) ३६. शक्तिविशिष्टाद्वैतदर्शनम्, पति चाप रम्भापुरी संस्थान मठ,मा १६६१ - बालेहोनूर पिलानागाजाला - ४०. शङ्करदिग्विजयः-ज्ञानमन्दिर, हरद्वार बाजमा निर्मला लामाका २००० ४१. शिवाद्वैतदर्पणः-पूवल्ली बृहन्मठ ग्रन्थमाला, हूली पका-याली १६२८ ४२. शिवाद्वैतपरिभाषा-काशीनाथ ग्रन्थमाला, मैसूर मनिशाड १६६४ ४३. शिवाद्वैतमञ्जरी-वीरशैवलिङ्गब्राह्मणग्रन्थमाला, सोलापूर निसामागि १६०६ ४४. शिवाद्वैतमञ्जरी-कन्नड़टीका सहिता, काशीनाथ ग्रन्थमाला, मैसूर हा १६३४ ४५. श्रीकरभाष्यचतुःसूत्री-जंगमबाड़ी मठ, वाराणसी मणिलाका १६५६ - ४६. सिद्धान्तसारावलिः जागजागा त्रिलोचनशिवाचार्यः सम्मिान । ४७. सिद्धार्थबोधिनी (सिद्धान्तशिखामणेः कन्नड़टीका) सोसलेरेवणाराध्यः १६६०१ ४८. सिद्धान्तशिखामणिः-तत्त्वप्रदीपिकारण्यासहितः, भाग १.२ समाजका वीरशैवलिङ्गब्राह्मणग्रन्थमाला, सोलापूर १६०५० ४६. सिद्धान्तशिखामणि-समीक्षा-डा. चन्द्रशेखर शिवाचार्य, शैवभारती शोध प्रतिष्ठान जंगमबाडी मठ वाराणसी माणमा १९८६ ५०. सिद्धान्तशिखोपनिषद्वीरशैवभाष्यम्-काशीनाथ ग्रन्थमाला, मैसूर जानका १६३० ५१. सुप्रभेदागमान्तर्गतपञ्चाचार्यपञ्चमोत्पत्तिप्रकरणम्, माना जारिक वीरशैवलिङ्गब्राह्मणग्रन्थमाला, सोलापूर १६०३ : ५२. सूक्ष्मागमः-काशीनाथ ग्रन्थमाला मैसूर ५३. स्कन्दपुराणम्-खेमराजश्रीकृष्णदास, बम्बई १६६५ मल्लाजा अजामा कानीको १६५६ ५७१ सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची कायत हिन्दी - ५४. आगम और तन्त्रशास्त्र-पं. व्रजवल्लभ द्विवेदी, परिमल पब्लिकेशन्स, दिल्ली, . मानव १६८४ ई. ५५. कल्याण मासिक पत्रिका ‘शिवाङ्क’ गीताप्रेस, गोरखपुर १६६० ५६. शक्तिविशिष्टाद्वैतसिद्धान्त-जङ्गमबाड़ी मठ, वाराणसी १६३७ ५७. शैवमत-डा. यदुवंशी, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना १६५५ ५८. हिन्दुत्व-रामदास गौड़, शिवप्रसाद गुप्त सेवा उपवन, वाराणसी १६३८ कन्नड़ सा का मामलाल मात्र ५६. अष्टावरणविवेक-श्री ष. ब्र. शम्भुलिङ्गशिवाचार्य, बिजापुर (३) १६२३ ई. ६०. वीरशैवरत्न-काशीनाथशास्त्री, जङ्गमबाड़ी मठ, वाराणसी १६५२ ई. अंग्रेजी ६१. ए हैण्डबुक आफ वीरशैविज्म, एस.सी. नन्दीमठ PEEPEND मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली या जीवन म- १६७६ ६२. दि इण्डिंयन रिव्यू. (जर्नल), २ वाल्यूम १६ मद्रास- मई १९१५ माता सतीष्मा चालान पर कीमत पर गि ५७२ तन्त्रागम-खण्ड ८. कौल और क्रममत १. ईश्वरप्रत्यभिज्ञाकारिका (ई.प्र.का)-उत्पल, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली, १६२१ २. ईश्वरप्रत्यभिज्ञाविवृतिविमर्शिनी (ई.प्र.वि.वि.)-अभिनवगुप्त, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली,
  • १६४१२ ३. कुलार्णवतंत्र (कुल तं.)-जीवानन्दविद्यासागर प्रकाशन, कलकत्ता, १६३७ जा ४. कौलज्ञाननिर्णय (कौ.ज्ञा.नि.)-पी.सी.वागची द्वारा सम्पादित, कलकत्ता मेट्रोपॉलिटन प्रेस, १६३२ ५. क्रमस्तोत्र; अभिनवगुप्त-अभिनवगुप्त : एन हिस्टॉरिकल एण्ड फिलॉसिफिकल स्टडी डा. कान्तिचन्द्र पाण्डेय, चौखम्बा संस्कृत सीरीज, १६६३ में परिशिष्ट में प्रकाशित। ६. तन्त्रालोक (तं.)-अभिनवगुप्त एवं तन्त्रालोकविवेक (तं.वि.)-जयरथ, आर.सी. द्विवेदी 2 एवं जनजीवन रस्तोगी द्वारा सम्पादित, मोतीलाल बनारसीदास, १६८७, भा. ८. ७. नेत्रतन्त्र उद्योत (ने.तं. उ.)-क्षेमराज, नेत्रतन्त्र के साथ प्रकाशित, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली, १६२६ ८. परात्रिंशिकाविवरण (प.त्रि.वि.)-अभिनवगुप्त, परात्रिंशिका के साथ प्रकाशित, नीलकण्ठ गुर्दू द्वारा अनूदित, मोतीलाल बनारसीदास, १६८५ ६. प्रत्यभिज्ञाहृदय (प्र.ह.)-क्षेमराज, जयदेव सिंह द्वारा अनूदित व व्याख्यात, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली १६६३ मा १०. महानयप्रकाश (म.प्र.)-शितिकण्ठ, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली, १६१८ ११. महानयप्रकाश (म.प्र.)-त्रिवेन्द्रम् संस्कृत सीरीज १२. महार्थमंजरीपरिमल (म.मं.प.), महेश्वरानन्द, महार्थमंजरी के साथ प्रकाशित, व्रजवल्लभ द्विवेदी द्वारा सम्पादित, यागेतन्त्र ग्रन्थमाला, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, १६७२ १३. मालिनीविजयोत्तर तन्त्र (मा.वि.तं.)-काश्मीर संस्कृत सीरीज, १६२२ १४. मालिनीविजयवार्तिक (मा.वि.वा.)-अभिनवगुप्त, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली, १६२१ १५. योगिनीहृदयदीपिका (यो.ह.दी.)-अमृतानन्द, योगिनीहृदय के साथ प्रकाशित, व्रजवल्लभ _ द्विवेदी द्वारा सम्पादित व अनूदित, मोतीलाल बनारसीदास १६. वामकेश्वरीमतविवरण (वा.म.वि.)-जयरथ, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली, १६४५ १७. विज्ञानभैरवविवृति (वि.भै.वि.)-शिवोपाध्याय, विज्ञान भैरव के साथ प्रकाशित, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली १८. शिवदृष्टिवृत्ति (शि.दृ.वृ.)-उत्पल, शिवदृष्टि के साथ प्रकाशित, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली, १६३४ सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची ५७३ १६. शिवसूत्रविमर्शिनी (शि.सू.वि.)- क्षेमराज, शिवसूत्र पर टीका, काश्मीर संस्कृत ___ ग्रन्थावली, १६११ २०. शिवसूत्रवार्तिक (शि.सू.वा.)-वरदराज, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली, १६२५ २१. स्पन्दनिर्णय (स्प.नि.)-वरदराज, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली, १६२५ २२. स्पन्दप्रदीपिका (स्प.प्र.)-भट्ट उत्पल, वामनशास्त्री इस्लामपुरकर द्वारा सम्पादित, १८६८ २३. स्वच्छन्दतन्त्र उद्योत (स्व.तं.उ.)-क्षेमराज, काश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली सहायक ग्रन्थ १. अभिनवगुप्त : ए हिस्टॉरिकल एण्ड फिलॉसफिकल स्टडी-डा. कान्तिचन्द्र पाण्डेय, गणेश चौखम्बा संस्कृत सीरीज, १६६३ शाला जिला काम २. पा आगममीमांसा-व्रजवल्लभ द्विवेदी, श्रीलाल बहादुर शास्त्री केन्द्रीय संस्कृत विद्यापीठ, नई दिल्ली, १६८२ रि अनी हा निजका ३. तान्त्रिक वाङ्मय में शाक्त दृष्टि - गोपीनाथ कविराज, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना, १६६३वजारमा भई तो जाम वासनाला ४. दि कैनन ऑफ शैवागम एण्ड दि कुब्जिका तंत्राज ऑफ दि वेस्टर्न कौल ट्रेडीशन (कैनन आफ शैवागम)-मार्क एस.जी. ड्येस्कॉउस्की, स्टेट यूनीवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क प्रेस, १६८८ ५. दि क्रम तांत्रिसिज्म ऑफ काश्मीर (क्र.तां.)-नवजीवन रस्तोगी, मोतीलाल बनारसीदास, जष्य १६८७, भाग १मांडणी मागपागला मामा ६. दि क्रम मोनिज्म ऑफ काश्मीर, भाग २ (अप्रकाशित)-नवजीवन रस्तोगी, लखनऊ विश्वविद्यालय में पी.एच.डी. की उपाधि के लिये प्रस्तुत शोध-प्रबन्ध, १६६७ । ७. दि ट्रॉयडिक हॉर्ट ऑफ शिव-पाल एडवर्ड मुलर आर्टेगा, स्टेट यूनीवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क प्रेस १९८६ ८.मा नित्याषोडशिकार्णव की भूमिका-व्रजवल्लभ द्विवेदी, नित्याषोडशिकार्णवतन्त्र के साथ प्रकाशित, योगतन्त्रग्रन्थमाला, वाराणसेय संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी ६. महार्थमंजरी (भूमिका एवं अनुवाद-लिलियन, सिलवन), पेरिस मानावा . १०. यशस्तिलक एण्ड इण्डियन कल्चर-के.के. हैण्डीकी, शोलापुर, १६६८ ११. वाक् : दि कॉन्सेप्ट ऑफ दि वर्ड इन सेलेक्टेड हिन्दू तंत्राज-आन्द्रे पदु, स्टेट यूनीवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क प्रेस, १६६० जा १२. शैविज्म एण्ड दि तांत्रिक ट्रेडीशन्स-एलेक्सिस सैण्डर्सन, दि वल्डंस रिलीजन्स, लन्दन, १६८८ १३. हिन्दू तांत्रिक एण्ड शाक्त लिटरेचर-टी. गूड्रियान व संयुक्ता गुप्ता, विएसबेडेन, १९८१ १४. हिन्दू तांत्रिज्म-संयुक्ता गुप्ता, जान होएन्स, तून गूड्रियान, लेडेन, १६७६ ५७४ तन्त्रागम-खण्ड कृती स्थित ६. दश महाविद्या एवं स्मार्ततन्त्र-परम्परा र १. अथर्वगुह्योपनिषद् (महाकालसंहिता- गुह्य काली खण्ड-प्रथम भाग) इलाहाबाद, १६७६ २. अथर्वशीर्ष उपनिषद्-(दुर्गासप्तशती) गीताप्रेस, गोरखपुर ३. ईशान शिवगुरुदेव-पद्धति-सम्पादक टी. गणपति शास्त्री, त्रिवेन्द्रम् संस्कृत सीरीज प्रकाशन, १६२० ई. ४. कल्याण : शक्ति अंक-द्वितीय संस्करण, गीताप्रेस, गोरखपुर ५. कालिकापुराण-सम्पादक-प्रो. विश्वनारायण शास्त्री, नाग प्रकाशन दिल्ली ६. तन्त्रकौमुदी-सम्पादक आचार्य रमानाथ झा, मिथिला संस्कृत शोध संस्थान, दरभंगा ७. तन्त्ररश्मि-लेखक-आशुतोष चौधरी, योगमाया आश्रम लावान, शिलौंग, आसाम, ५. तन्त्र स्टडीज ऑन देयर रिलिजन एण्ड लिटरेचर-प्रो. चिन्ताहरण चक्रवर्ती, कलकत्ता प्रकाशन बाजार ६. तन्त्रालोक-काश्मीर सीरीज ऑफ टैक्स्ट एण्ड स्टडीज, प्राचीन संस्करण १०. तान्त्रिक साहित्य की भूमिका-महाहोपाध्याय गोपीनाथ कविराज, हिन्दी समिति, सूचना काम विभाग, उत्तर प्रदेश लखनऊ १६७२ ) कारक ११. ताराभक्तिसुधार्णव-गीताप्रेस, गोरखपुर १२. दुर्गासप्तशती-गीताप्रेस, गोरखपुर । १३. पुरश्चर्यार्णव-सम्पादक- महामहोपाध्याय मुरलीधर झा, चौखम्बा संस्कृत प्रतिष्ठान, या वाराणसी, १६८५ मा १४. प्रपञ्चसार-सम्पादक आर्थर एवलोन, मोतीलाल बनारसीदास प्रकाशन, १९८१ १५. प्राणतोषणी तन्त्र-वसुमती साहित्य प्रकाशन - कलकत्ता प्रथम संस्करण १६. बृहद्धर्मपुराण-चौखम्बा, वाराणसी प्रकाशन १७. भारतीय शक्ति-साधना-ले. उपेन्द्र कुमार दास, द्वितीय संस्करण, १६८८, विश्वभारती गवेषणा प्रकाशन विभाग, शान्ति निकेतन १८. महाकालसंहिता (गुह्य कालीखण्ड एवं कामकला खण्ड)-सम्पादक डा. किशोर नाथ झा, प्रकाशक - गं.झा. के. संस्कृत विद्यापीठ इलाहाबाद, १६७६, ८६ र ? १६. महाभागवतपुराण-सम्पादक डॉ. पुष्पेन्द्र कुमार दिल्ली से प्रकाशित २०. मार्कण्डेयपुराण-चौखम्बा वाराणसी, प्रकाशन। 18 २१. शक्तिसंगमतन्त्र-सम्पादक बी. भट्टाचार्य एवं प्रो. व्रजवल्लभ द्विवेदी, ओरियन्टल इन्स्टीट्यूट, बड़ोदा प्रकाशन, १६७८ २२. शाक्त उपनिषद्-माइनर उपनिषद् में संकलित जो अड्यार (मद्रास) से प्रकाशित है५७५ सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची २३. शाक्त प्रमोद-खेमराज कृष्णदास, बम्बई, १६७३ मा २४. शारदा तिलक-सम्पादक महामहोपाध्याय मुकुन्द झा वक्सी, डा. महाप्रभु लाल गोस्वामी का २५. शिवपुराण-सम्पादक - महामहोपाध्याय पञ्चानन तर्करत्न, बंगवासी संस्करण २६. श्वेताश्तरउपनिषद्-गीताप्रेस गोरखपुर पनि नाशिक लोक म लाइ वा जिमि का नाम दिदि () HEशार माजी शिका मालकी मिक ਨਾਲ ਜਿਥੇ ਭਾਰ ਵਾਸਥੇ ਕਚਰੇ ਤੂ ਚਲਵਾ ਦਿੱਤੀ
  1. जिया जीविकोल चात ५७६ तन्त्रागम-खण्ड 9८R १०. बौद्ध तन्त्र वाङ्मय का इतिहास अद्वयवज्रसंग्रह सं.-महामहोपाध्याय हरप्रसाद शास्त्री, गायकवाड़ ओरियन्टल सीरीज़ नं. XL , बड़ौदा, १६२७ अभिधानोतरतन्त्र - सं.-डॉ. लोकेशचन्द्र, शतपिटक सीरीज़ नं. २६३, 26 नई दिल्ली, १६८१ आदि बुद्ध
  • कन्हाई लाल हाज़रा, बी.आर. पब्लिशिंग कोरपोरेशन, दिल्ली, १९८६ आर्यमञ्जुश्रीनामसंगीति - (१) सं.-दुर्गादास मुखर्जी, कलकत्ता (२) सं.-डॉ. लोकेशचन्द्र, शतपिटक सीरीज़ आर्यमञ्जुश्रीमूलकल्पमा - सं.-एस.बागची, बौद्ध संस्कृत ग्रन्थावली नं. १८, मिथिला विद्यापीठ दरभंगा, १६६४ इन्ट्रोडक्शन टु बुद्धिस्ट - एफ.डी. लेसिंग एवं एलेक्स वेमेन, मोतीलाल बनारसीदास दिल्ली, १६७८ इंडियन बुद्धिज्म - प्रो. हाजिमे नाकामुरा, (ए सर्वे विद् बिल्लियोग्राफिकल नोट) मोतीलाल बनारसीदास १९८६ इंडियन बुद्धिज्म - ए.के. वार्डर, मोतीलाल बनारसीदास, १९८० ए कम्पलीट कैटलाग आफ - तोहोकु विश्वविद्यालय, सेन्देई, जापान, १६३४ दि टिबेटन बुद्धिस्ट केनन ए कैटलाग आफ चायनीज - बी. नान्जियो, क्लासिक इंडिया पब्लिकेशन, ट्रांसलेशन आफ दिन दिल्ली, १६८६ बुद्धिस्ट त्रिपिटक एन्साइक्लोपीडिया आफ - सम्पा.-जी. मलालशेखर, कोलम्बो बुद्धिज्म एन इन्ट्रोडक्शन टु बुद्धिस्ट - विनयतोष भट्टाचार्य, मोतीलाल बनारसीदास, एसोटेरिज्म दिल्ली, १६८० कालचक्र की उत्पत्ति एवं - राजेश्वर झा, बिहार रिसर्च सोसायटी, पटना उत्पन्न क्रमों की संक्षिप्त व्याख्या कालचक्रतन्त्र
  • सं.-विश्वनाथ बनर्जी, एशियाटिक सोसायटी कलकत्ता, १९८५ क्रियासमुच्चय
  • सं.-डॉ. लोकेशचन्द्र, शतपिटक सीरीज नं. २३७, नई दिल्ली। +99 सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची कृष्णयमारितन्त्र (सटीक) अ- के.उ.ति. शि.सं., सारनाथ, वाराणसी। लिंग खसमानामटीका - सं.-प्रो. जगन्नाथ उपाध्याय, संकाय पत्रिका-१, संस्कृत क हा कि विश्वविद्यालय, वाराणसी, १६८३ Fache day गुह्यसमाजतन्त्र
  • (१) सं.-विनयतोष भट्टाचार्य, गायकवाड ओरियन्टल ) मांगा, सीरीज़ नं. ५३, बड़ौदा, १६३१ मा ) (२) सं.-एस. बागची, बौद्ध संस्कृत ग्रन्थावली सं. ६, See किक मिथिला विद्यापीठ दरभंगा, १६६५ (३) सं.-प्रो. युकाई मात्सुनागा तोहो शुप्पान मसाला गणता ओसाका, १६७८ गुह्यादि-अष्टसिद्धिसंग्रहणीय-सं.-एस. रिनपोछे एवं व्रजवल्लभ द्विवेदी, के.उ.ति.शि : सं.-सारनाथ, वाराणसी, १६८७ चक्रसंभारतन्त्र हा काजीदावा समडुप, रिप्रिन्ट, आदित्य प्रकाशन, १६८७४ चण्डमहारोषणतन्त्र - (१-८ पटल) सं.-क्रिस्टोफर एस. जार्ज, अमेरिकन पाए ओरियण्टल सोसायटी, न्यू हेवन, १६७४ा की चर्यागीतिकोष भिमा सं.-पी.सी.बागची एवं शान्तिभिक्षु शास्त्री, विश्वभारती जा कीमा शान्तिनिकेतन, १६५६ - मांसय कि चीनी बौद्धधर्म का इतिहास - डॉ. चाउ सिआंग कुआंग, भारती भंडार, इलाहाबाद डाकार्णव ISRO कीम- सं.-एन.एन. चौधरी, कलकत्ता संस्कृत सीरीज़ नं. x, कलकत्ता, १६३५ मालिक ल्त-व-ही-रिम-पा-शद्-पा-क-व. पल-चेग, (तो. ४३५६) - काशा दि इण्डियन बुद्धिस्ट ना - विनयतोष भट्टाचार्य, कलकत्ता, १६६८ जागा आइकोनोग्राफी मशी दि ब्ल्यू एनाल्स मा - जार्ज निखोलाई रोरिख, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली में दि राइज़ आफ एसोटेरिक - इवा.एम.दरगे काम तमा नगर बुद्धिज्म इन टिबेट मंत्री रवि शाणाविक दि संवरोदयतन्त्रलाओ - सं.-शीनीची त्सुदा ) की (सेलेक्टेड चैपटर्स) की कीमत में ME FROS दीर्घनिकाय २ भाग - सं.-भिक्षु जगदीश कश्यप, नवनालन्दा FREति महाविहार, १६५८ दुर्लभ ग्रन्थों की - सं.-डॉ. ठाकुर सेन नेगी, के.उ.ति.शि.सं. आधार सामग्री भाग १ ला सारनाथ, वाराणसी में - दोहाकोष -सं.-पी.सी. बागची, कलकत्ता ५७८ तन्त्रागम-खण्ड दोहाकोश शिणना - सं.-राहुल सांकृत्यायन, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, कानुन स्म - शा-पटना शाखा रि धर्मशास्त्र का इतिहास - - पी.वी. काणे, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ (हिन्दी संस्करण) शाळाशाशाजश धीः(दुर्लभ ग्रन्थ शोध पत्रिका)- के.उ.ति.शि.सं. सारनाथ, वाराणसी नाथसम्प्रदाय जाना कलां - डॉ. हज़ारीप्रसाद द्विवेदी निष्पन्नयोगावली 2- गायकवाड़ ओरियन्टल सीरीज़, बड़ौदा, १९७२ पञ्चक्रम लगा कि शाम- डी. ला वैली पुसें (6) परिसंवाद-१
  • संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी प्रदीपोद्योतन , PSळापन सं. चिन्ताहरण चक्रवर्ती, काशीप्रसाद जायसवाल शोध PAR संस्थान, पटना - पुरातत्त्व-निबन्धाावली झगा - राहुल सांकृत्यायन, किताब महल, इलाहाबाद काकतकार पाम लीफ मैनुस्क्रिप्ट इन" - डॉ. हरप्रसाद शास्त्री ) कालिममा दि दरबार लायब्रेरीर कई PिERS बौद्धदर्शन मीमांसा आना- पं. बलदेव उपाध्याय, चौखम्बा, वाराणसी नांकका बौद्ध धर्म का इतिहास - लामा तारानाथ, काशीप्रसाद जायसवाल रिसर्च जावात्रा का इंस्टीट्यूट, पटना, १६७१-मोट कि बौद्ध धर्म के विकास - गोविन्द चन्द्र पाण्डेय, हिन्दी समिति उत्तर प्रदेश, कोणतनक का इतिहास लखनऊ, १६७६ का महामायातन्त्र (सटीक) - के.उ.ति.शि.सं., सारनाथ, वाराणसी –श्री-जि– महायानसूत्रालंकार 3300- सं.-एस. बागची, बौद्ध संस्कृत ग्रन्थावली सं. १३गकी मिथिला विद्यापीठ, दरभंगा मिलिन्द प्रश्न जीयान ला- सं.-स्वामी द्वारिका दास, बौद्ध भारती, वाराणसी योग आफ गुह्यसमाजतन्त्र - एलेक्स वेमेन, मोतीलाल बनारसीदास, नई दिल्ली-ही लोकायत
  • डी.पी.चट्टोपाध्याय, पीपुल्स पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली ला वसन्ततिलक (सटीक) - केन्द्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान सारनाथ,वाराणसी की विमलप्रभा भाग-१ - सं.-जगन्नाथ उपाध्याय, के.उ.ति.शि.सं.,PaSFER) सारनाथ, वाराणसी
  • सं.-प्रो. सेम्पा दोर्जे, तिब्बती अध्ययन केन्द्र, का.की.. वाराणसी में शिक्षासमुच्चय
  • सं.-पी.एल.वैद्य, बौद्ध संस्कृत ग्रन्थावली सं. ११, IPINE कि मिथिला विद्यापीठ, दरभंगा वैदल्यसूत्र ५७६ माना डाजी सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची सर्वतथागततत्त्वसंग्रह - सं.-डॉ. लोकेशचन्द्र, दिल्ली, १९८७ सर्वदुर्गतिपरिशोधनतन्त्र - सं.-टी. स्कोरूस्की, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली साधनमाला (२ भाग) - सं.-विनयतोष भट्टाचार्य, गायकवाड़ ओरियन्टल सीरीज, बड़ौदा सिद्ध साहित्य
  • धर्मवीर भारती, किताब महल इलाहाबाद, १६८५ सिनो इण्डियन स्टडीज़ शान्तिनिकेतन, १६५६ सेकोद्देशटीका सं.-एम. करेल्ली, गायकवाड़ ओरियन्टल सीरीज़ नं. पर्ण शिम XC, बड़ौदा संक्षिप्त सूचीपत्र सं.-बुद्धिसागर शर्मा, वीर पुस्तकालय काठमाण्डू, नेपाल स्टडीज इन बुद्धिस्टिक - लालमणि जोशी, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली कल्चर आफ इंडिया हिस्ट्री आफ मन्त्रयान - चिक्यो यामामोटो, शतपिटक सीरीज़ नं. ३४६, शाम दिल्ली, १९८७ हेवजतन्त्र (ए क्रिटिकल - सं. डी.एल. स्नैलग्रोव, आक्सफोर्ड युनिवर्सिटी प्रेस स्टडी- २ भाग) लन्दन, १६५६ र र बार अनामताद शाजायजा किमलकामना कावासा गाजर का ध मालामाल मागु कोलका पारण (R) मा आगाम) राय शिक्षण र विच कंगन नामावला जाणाश-मालगागार जीव लागी
  • मिलणा माया गात मामा काडीकर राजाज नमाज BIRI-Fpa मला हीरा बाल मति माछ सावकाशकास्वर्ग मीणा - शिफाकी) का शाम्बा का आगजाम ५८० अरिहाणयुक्त मकान तन्त्रागम-खण्ड - ११. जैनतन्त्र और साहित्य-सम्पदा आकाशालाका जैन आगम ग्रन्थ-मूल आगमरत्नमंजूषा - श्री आगमोदय समिति, गोपीपुरा सूरत, गुजरात (सभी आगम) 815 भैरवपद्मावती कल्प परिशिष्ट-३ में मुद्रित अद्भुतपद्यावतीकल्प की । अध्यात्मसार संस्कृत टीका - न्यायविशारद श्री यज्ञोविजय जी उपाध्याय साहित्य – टीका-भुवनतिलक, भद्रंकरविजय जी, पिण्डवाड़ा अनुभवसिद्धमन्त्रद्वात्रिंशिका - भैरवपद्यावलीकल्प के ३०वें परिशिष्ट में, साराभाई नवाब, अहमदाबाद नमस्कार स्वाध्याय भा.-१ में मुद्रित - अर्ह अक्षरतत्त्वस्तव - धर्मोपदेशमाला, ग्रन्थान्तर्गत हमा अहं तत्त्वप्रकाशिका टीका - सिद्धहेम शब्दानुशासन, स्वोपज्ञ टीका, जैन ग्रन्थ प्रकाशक सभा, अहमदाबाद .. अहं व्याख्यान - संस्कृत आश्रम काव्य हेमचन्द्राचार्य व्याख्या-.. अभयतिलकगणि, जैन ग्रन्थ प्रकाशक सभा, अहमदाबाद अहँन्नमस्कारवलिका - हेमचन्द्राचार्य ज्ञानमन्दिर, पाहण, प्रति.नं. (३८२६, डा. नं. १२६) आचार्य दिनकर का खरतर गच्छ ग्रन्थमाला, बीकानेर आत्मानुशासन (मूल तथा - श्रीपार्श्वनाथ जैन पुस्तक प्रचारक, अहमदाबाद . गुजराती अनुवाद) आवश्यकनियुक्ति - ऋषभदेव जैन पेढ़ी, रतालाम (म.प्र.) उग्रवीरकल्प
  • हस्तलिखित जैन ग्रन्थ भण्डार, छाणी (गुज.)ती उपधान-विधि श्रीमानदेव सूरि नमस्कार-स्वाध्याय (महानिशीथसूत्रान्तर्गत) - (भाग-१) जैन साहित्य विकास मण्डल बम्बई-५७ उवहाणविहि थुक्त नमस्कार स्वाध्याय में प्रकाशित, जैन साहित्य विकास मण्डल बम्बई-५७ उगसग्गहरं स्तोत्र - पं. धीरज लाल शाह, जैन साहित्य प्रकाशन मंदिर (वानेजैनमन्त्रवादनी जयगाथा) चिंचबन्द बम्बई-६ ऋषभस्तवन (दशदिव्यालगर्भ) - पाण्डुलिपि, जिनप्रभसूरि, जैनस्तोत्रसमुच्चय में, साराभाई नबाव, अहमदाबाद सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची ५८१ ऋषिमण्डल यंत्रस्तवार जैन साहित्य विकास मण्डल, घोड़बन्दर रोड, यन्त्रालेखन इरलाब्रिज, विलेपारले, बम्बई-५७ ऋषिमण्डलस्तोत्रीण- जिनप्रभसूरि, जैन स्तोत्रसमुच्चय में मुद्रित, साराभाई शकशी जारि मिलनबाव, अहमदाबाद __मन्त्र-यन्त्र-स्तोत्र-योगादि विषयों के ग्रन्थमा ॐकारविद्यास्तवन जानि- पञ्चनमस्कृतिदीपक-ग्रन्थान्तर्गत ह्रींकारविद्यास्तवन ____- पञ्चनमस्कृतिदीपक-गन्थान्तर्गत ह्रींकारकल्प अग्ला कि- जिनप्रभसूरि, बृहत्कन्यान्तर्गत कारक कल्याणमन्दिर स्तोत्र - दे.ला. जैन पुस्तक प्रकाशन, अहमदाबाद नगर कामचाण्डालिनीकल्प - पाण्डुलिपि, दे.ला. जैन उपाश्रम ज्ञानमंदिर,अहमदाबाद कुवलयमाला
  • निर्णयसागर प्रेस, बम्बई कोट्ठगचिन्तामणि श्री शीलसिंह, पाण्डुलिपि-जैन साहित्य मंदिर, पालिताणा गणिविज्जाथुत्तं 50-१0 - प्रति. नं. १२५७, श्रीलावण्यसूरि जैन ज्ञानभंडार, भाजपा या राघनपुर (गुजरात) घण्टाकर्णकल्प कधी- श्रीचन्दनमल नागोरी प्रकाशन, बड़ी सादड़ी (राज.) चतुर्यन्त्रगर्भितपञ्च- - " " " " " परमेष्ठियन्त्रस्तोत्र का लालच की कायम चतुर्विंशतिप्रबन्ध तक जि- देवचन्द लालाभाई पुस्तकोद्धार फण्ड, अहमदाबाद । चिन्तामणिकल्पीकर - जैनस्तोत्र सन्दोह भा-२, पृ. ३० से ३४ में मुद्रित चैत्यवन्दन महाभाष्य कालिक जम्बुचरियम्
  • मो. दिगम्बर जैन, ग्रन्थमाला, बम्बई ज्ञानार्णव/योगार्णव जिमी - श्री शुभचन्द्र, राजस्थान जैनग्रन्थ प्रकाशन सभा,जयपुर ज्ञानार्णवसारोद्धार ज्वालिनीकल्प
  • प्रका. मलचन्द्र किशनदास कापडिया, अहमदाबाद णाणसार ज्याली कम - दिगम्बर जैन ग्रन्थ प्रकाशन सभा, बम्बईमा तत्त्वानुशासन (गुजराती - जैन साहित्य विकास मण्डल, विलेपारले पूर्व या अनुवाद सहित) बम्बई-५७ वी तत्त्वार्थसारदीपक या प्रति- सकलकीर्ति, श्रीजीवराज जैन ग्रन्थालय, सोलापुर में PAPE शिर निर पाण्डुलिपि है। जनना तत्त्वार्थसूत्र मायाजा - ऋषभदेव केसरीमल जैने पेढ़ी, रतलाम तिलोमपन्नति
  • दिगम्बर जैन ग्रन्थ प्रकाशन सभा, बम्बई शाळकर ५८२ तन्त्रागम-खण्ड ध्यानदीपिका पार - श्रीदेवचन्द्र, अध्यात्मज्ञान प्रसारक मण्डल, टणी अहमदाबाद ध्यानविचार प्रसार जैन साहित्य विकास मण्डल, विलेपारले, बम्बई-५७ नमस्कारनियुक्ति - श्रीभद्रबाहुस्वामी, पाण्डुलिपि, जैनसाहित्य विकास (आवश्यक सूत्रान्तर्गत) मण्डल बम्बई-५७ नमस्कारपंजिका - नमस्कार स्वाध्याय भा.-१ में प्रकाशित, पृ. ३८६ में नमस्कारपदविशेषार्थ - श्रीदेवरत्नसूरि आदि, अनेकार्थरत्नमंजूषा में प्रकाशित काकीपक नमस्कारस्मरण(सिद्धचन्द्र– देवचन्द्र लाल भाई पुस्तकोद्धार फण्ड, ग्रन्थांक- ८१, भानुचन्द्रमणि टीका) गातार अहमदाबाद नमस्कार-स्वाध्याय माय - जैन साहित्य विकास मण्डल, बिलेपारले, बम्बई-५७ (भाग १-२) नयचक्र (द्वादशार) मीठ - श्रीमल्लवादी श्रीलब्धिसूरीश्वर जैन ग्रन्थमाला, छाणी नवग्रहगर्भपञ्चपरमेष्ठिस्तवन - जैन स्तोत्रसमुच्चय, पृ. ७१-७२ में मुद्रित यात्रीणी निर्वाणकलिका - जैन ग्रन्थ प्रकाशन सभा, अहमदाबाद पञ्चनमस्कारचक्रोद्धार गरू- श्रीभद्रगुप्त स्वामी, हस्तलिखित जैन साहित्य विकास ’ मण्डल, विलेपारले, बम्बई-५७ वामांगीपल पंचनमस्कारफलस्तोत्र - हस्तलिखित. प्रति, जैनानन्द पुस्तकालय, सूरत पञ्चनमस्कृतिस्तुति ? अति - राय, एशियाटिक सोसायटी, कलकत्ता की सीमा पञ्चपरमेष्ठितत्त्वसार - नमस्कार-स्वाध्याय-भाग १ में प्रकाशित गर्णिमाकानी पञ्चपरमेष्टिविषायन्त्र - सिंहतिलकसूरि, अप्रकाशित, मन्त्रराजरहस्य ग्रन्थ से वामका उद्धृत EST पञ्चषष्टियन्त्रगर्भित या - श्रीशील सिंह, भाण्डारकर रिसर्च शानिशाणामार चतुर्विंशति जिनस्तोत्र - इन्स्टी., पूना मामिलामागाट पंचाशक-प्रकरण आग - दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला, बम्बई कीफल पद्मावती साधनयन्त्र ला(पाण्डुलिपि) जैन साहित्य मन्दिर पालिनाण्य जागणार पव॑पद्मावती आराधना - धीरजलाल टी. शाह, जैन साहित्य प्रकाशन मंदिर, (गुजराती ग्रन्थ) __चिंचबन्दर, बम्बई प्रत्याख्याननियुक्ति का - देवचन्द लालभाई पुस्तकोद्धार फण्ड, अहमदाबाद प्रभावकचरित - ऋषभदेव केसरीमल जैन, पेढ़ी, रतनलाभ प्रवचनसारोद्धार Fि - जैन ग्रन्थ प्रकाशन सभा, अहमदाबाद शशा प्रश्नव्याकरण FE- आगमोदय समिति, सूरत जीवामी मा सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची १५८३ वृहन्नमस्कारफल - नमस्कार स्वाध्याय भाग-१ में प्रकाशित किया भक्तामरस्तोत्र जपणार- सं.-धीरजलाल शाह, जैन साहित्य प्रकाशन मंदिर, जिमी चिंचबन्दर, बम्बई-६ भक्त-परिन्ना
  • श्रीवीरभद्र मुनि, नमस्कार स्वाध्याय-भाग १ में किाय माफीमक प्रकाशित भक्तिथोत्त श्रीमातुंगसूरि, नमस्कार स्वाध्याय भाग-१ में मुद्रित, का की कि जैन साहित्य विकास मण्डल बम्बई-५७ मशीला भारतीयकल्पक मनाला चालन भैरवपद्मावतीकल्प राला - श्रीमल्लिषेणसूरि, साराभाई नवाब, अहमदाबाद मन्त्रराजरहस्य
  • श्रीसिंहतिलक सूरि, जैनस्तोत्रसन्दोह में प्रकाशित, अहमदाबाद मन्त्रस्तवन
  • पाण्डुलिपि, देवचन्द्र लालभाई ज्ञानमन्दिर, अहमदाबाद मन्त्राधिराजकल्प - जैनस्तोत्रसन्दोह में मुद्रित, साराभाई नवाब, अहमदाबाद मातृकाप्रकरण - श्रीरत्नचन्द्रमणि, हस्तलिपि, ग्रन्थ जैन साहित्य मनदर, पालिताणा १. योगदृष्टिसमुच्चय - श्री हरिभद्रसूरि २. योगबिन्दु तथा जैन ग्रन्थ प्रकाशन सभा, अहमदाबाद से प्रकाशित ३. योगशतक योगदीपिकावृत्ति - उपाध्याय श्रीयशोविजयजी गणि, ऋषभदेव केसरीमल श्वेताम्बर जैन, पेढ़ी, रतलाम योगप्रदीप (गुजराती - जैन साहित्य विकास मण्डल, विलेपारले बम्बई-५७ अनुवाद सहि योगशास्त्र
  • श्रीहेमचन्द्राचार्य, जैनप्रसारक सभा, अहमदाबाद योगसार
  • योगचन्द्राचार्य, श्रीजैनसंघ, येवला (महाराष्ट्र) लघुनमस्कारचक्र - सिंहतिलानुसूरि, भाण्डारकर रिसर्च इन्स्टीट्यूट, पूना स्तोत्र (पाण्डुलिपि) वर्धमानविद्या
  • नमस्कार स्वाध्याय भाग-9 में प्रकाशित वर्धमानविद्याकल्प - जैन साहित्य विकास मण्डल, बम्बई-५७ ५८४ । तन्त्रागम-खण्ड वीतरागस्तोत्र SHIRDER– श्री हेमचन्द्राचार्य जन प्रसारका शिकार टीका-सोमोदय तथा प्रभाचन्द्र - श्रीकेसरवाई ज्ञानमंदिर पाटण, (गुजरात) सिमकार वैराग्यकल्पलता - उपा. श्री यशोविजयजीमणि, जैन साहित्य मनदर, PM- पालिताणा षट्खण्डागम (धवालाटीका - जैनसाहित्योद्वारक फण्ड कामलिया, अमरावती सहित) (मार शाजा (महाराष्ट्र) सप्ततियन्त्रगर्भित जिनस्तोत्र - महाप्राभाविक-नवस्मरण ग्रन्थ में मुद्रित, अहमदाबाद संबोध-प्रकरण ___ - श्रीहरिभद्रसूरि, जैन ग्रन्थ प्रकाशन सभा, अहमदाबाद SESPITE IS आप ज लगांव काशा शहर किसी का बलम मानवशाल मान कम णिनि परमशानाच्या চাঞE; Pा र ममा PATE का निशाना पहिला माथा (शारा किट की कापावाली - काकाकला भारत हाशिला - नाकीनामांकसन्दर्भ ग्रन्थ-सूची ५८५ मार काजगार १२. पुराणगत योग एवं तन्त्र अग्निपुराणम्
  • गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, मनसुखराय मोर, कलकत्ता, सन् १६५७ अवतार्स आफ गॉड-डॉ. स.ल.को. इलाहाबाद युनिवर्सिटी स्टडीज, भा. १०, सन् १९३४। अष्टप्रकरणम् तत्त्वप्रकाश-तत्त्वसंग्रह- तत्त्वत्रयनिर्णय -रत्नत्रय भोगकारिका- नादकारिका- मोक्षकारिका परमोक्षनिरासकारिकाख्यप्रकरणाष्टकम्, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, सन् १६८८ आगम और तन्त्रशास्त्र पं. व्रजलल्लभ द्विवेदी, परिमल पब्लिकेशंस, दिल्ली, सन् १९८४ आगमप्रामाण्यम् - यामुनाचार्यकृतम्, गायकवाड़ ओरिण्टल सीरीज, लक्ष “णिोकि जबड़ोदा, सन् १६७६।। आगममीमांसा APP - पं. व्रजवल्लभ द्विवेदीसंदृब्धा, लाल बहादुर शास्त्री ISSIR प्रसार केन्द्रीय संस्कृत विद्यापीठ, नई दिल्ली, सन् १९८२ आत्मसमर्पणम् । लिग - विशुद्धमुनिकृतम्, गणकारिका परिशिष्ट (पृ. २५-२६), गायकवाड़ सीरीज, बड़ोदा, सन् १९६६ ईशानशिवगुरुदेवपद्धति पर - (चार भाग) ईशानशिवकृता, भारतीय विद्या प्रकाशन, जारी - वाराणसी पुनर्मुद्रण, सन् १६८८ । ईश्वरगीता दि. 8%80- कूर्मपुराणान्तर्गता (२।१-१२)। उपानषत्सग्रहः कम कर मातालाल बनारसादास वाराणसा, सन् १८७०ss ऋग्वेद : (मूलमात्रम्) - - सातवलेकर संस्करण, स्वाध्याय मण्डल, औंध, सतारा कठोपनिषत् उपनिषत्संग्रह द्रष्टव्य। कर्मकाण्डक्रमावलि - सोमशम्भुकृता, कश्मीर संस्कृत ग्रन्थावलि, श्रीनगर, सन् १६४७। कापालिक्स एण्ड कालामुख्स - डॉ. डी. एन. लोरेंजन, थामसन प्रेस (इण्डिया लिमिटेड), नई दिल्ली, सन् १६७२। कालदमनः कालवदनो वा ? - पं. व्रज वल्लभ द्विवेदी, सारस्वती सुषमा, व. १६. अं. ४. संवत् २०२१, सम्पूर्णानन्द संस्कृति विश्वविद्यालय, वाराणसी। कूर्मपुराणम् काशिराज-न्यास, रामनगर, वाराणसी, परिष्कृत संस्करण, सन् १८७१। शाम कूर्मपुराण : धर्म और दर्शन - डॉ. करुणा एस. त्रिवेदी, मोतीलाल बनारसीदास, कर वाराणसी, सन १६६४। ५८६ केनोपनिषत् चितव्याख्योपेता चितव्याख्योपेता की गरुडपुराणम्जीलगापि - गाथासप्तशता बापत तन्त्रागम-खण्ड कृष्णयामलतन्त्रम् - सम्पादक डॉ. शीतला प्रसाद उपाध्याय, प्राच्य प्रकाशन, वाराणसी, सन् १६६२ । राम शाम उपनिषत्संग्रह द्रष्टव्य गणकारिका-भासर्वज्ञविर- - गायकवाड़ ओरियण्टल सीरीज, बड़ोदा, द्वितीय संस्करण, सन् १६६६। पण्डित पुस्तकालय, वाराणसी, सन् १९६३। सातवाहनविरचिता, निर्णयसागर प्रेस बम्बई, सन् मी माणज १६३३। गौतमस्मृति मिली मी- (स्मृतिसन्दर्भचतुर्थभागान्तर्गता) गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, कलकत्ता, सन् १६५३। छान्दोग्योपनिषत् ण शा-उपनिषत्संग्रह द्रष्टव्य। जयाख्यसंहिता
  • पांचरात्रागम, गायकवाड़ ओरियण्टल सीरीज, बड़ोदा, शिर शम का द्वितीय संस्करण, सन् १६६७। तत्त्वप्रकाश का लिकी जोगटीकाद्वय सहित, अष्टप्रकरण द्रष्टव्य। तन्त्रयात्रा ए) गीर-की- पं. व्रजवल्लभ द्विवेदी संदृब्धा, रत्ना पब्लिकेशंस,का क राशि वाराणसी, सन् १९८२। तन्त्रालोकः 15 जया - विवेकव्याख्यासहितः, (१२ भाग), कश्मीर संस्कृत न ग्रंथावलि, श्रीनगर, सन् १६१८-१६३८ । दुर्गासप्तशती 19- गीताप्रेस, गोरखपुर, संवत् २०४४ कि देवीभागवतम् (दो भाग) - गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, कलकत्ता, सन् १९६० धर्मशास्त्र का इतिहास - भाग ३, हिन्दी समिति, लखनऊ द्वितीय संस्करण, (हिन्दी अनुवाद) सन् १९७५ बार कता नारदीयमहापुराणम्
  • “नाग पब्लिकेशंस क तणाकारक जवाहर नगर, दिल्ली, सन् १९८४ नित्याषोडशिकार्णवः टीकाद्वयपरिशिष्टसहितः, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, द्वितीय संस्करण, सन् PRE FEE किया तीन लोणमा १९८४ परमार्थसारः - योगराजकृतवृत्तिसहितः, कश्मीर संस्कृत ग्रन्थावलि, की मिणमा जामाश्रीनगर, सन् १६१६ । माणात परमोक्षनिरासकारिका - अष्टप्रकरण द्रष्टव्य। पातञ्जलयोगसूत्रम् नालासमिति सभाष्य-वाचस्पति मिश्र कृत व्याख्या सहित, णक 18 आनन्दाश्रम, मुद्रणालय, पूना, सन् १६३२ सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची पाशुपतसूत्रम्
  • पञ्चार्थभाष्य सहित, त्रिवेन्द्रम् संस्कृत ग्रन्थमाला, नमक पुराणम् जक काम गौणूमा त्रिवेन्द्रम्, सन् १९४० गत माया लाभानिमार
  • षाण्मासिक पत्रिका, काशिराज न्यास, रामनगर, वाराणसी। चालक लोमानामा पुराणवर्णिताः पाशुपता योगाचार्याः- पं. व्रजवल्लभ द्विवेदी, पुराणम्, व.२४, अ.२. सन् ११ कालिका १६८२ पक्षणका पुराणानां नूनमागमानुवर्तित्वम् – पं. व्रजवल्लभ द्विवेदी, पुराणम्, व. २६. अ.व. लार सन् १९८४ पुराणविमर्श शिंजी ही कानन पं. बलदेव उपाध्याय, चौखम्बा प्रकाशन, वाराणसी,
  • द्वितीय संस्करण, सन् १९७८ पुरातन निबन्धावली लाया- महापंडित राहुल सांकृत्यायन, किताब महल, मामला इलाहाबाद का प्रतिष्ठालक्षणसारसमुच्चयः हा - बैरोचन शिवाचार्यकृत, नेपाल राजकीय प्रकाशन, सीर EP काठमाण्डू, दो भाग, संवत् २०२३, २०२५ प्रपञ्चसारः (भागद्वयात्मकः) - आगमानुसन्धान समिति, कलकत्ता, द्वितीय संस्करण, । सन् १९८५ मा प्राच्यविद्या निबन्धावली - डॉ. वासुदेव विष्णु मिराशी, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थमाला, ofar क राफी का भोपाल, चतुर्थखण्ड, सन् १६७४ प्रोलैम आफ दि - डॉ. आनन्दस्वरूप गुप्त, पुराणम्, व. ४, अ.२, सन् इक्सटैंट आफ दि कूर्मपुराण १६७२ .. ब्रह्मपुराणम् म - (दो भाग) गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, कलकत्ता, सन् लामा जानीच विधि १९५४ ब्रह्मवैवर्तपुराणम् - (दो भाग), गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, कलकत्ता, सन् ब्रह्मसूत्रभाष्यम् - भास्कराचार्यविरचितम्, चौखम्बा संस्कृत सीरीज, 358 ाा माझा १६५५ वाराणसी, सन् १६१५ ब्रह्मसूत्रभाष्यम् । - शङ्कराचार्यविरचितम्, निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, सन् १६४८ FREESI Fais FF ब्रह्मसूत्रभाष्यम् श्रीकण्ठाचार्यविरचितं सव्याख्यम्, (चतुःसूत्रीभागः), जंगमबाड़ी मठ, वाराणसी, सन् १९८६ SEE की ब्रह्मसूत्रशांकरभाष्य - (हिन्दी अनुवाद), म.म. गोपीनाथ कविराज लिखित आपा भूमिका, अच्युत ग्रन्थमाला, काशी, संवत् १६६३ ब्रह्माण्डपुराणम् - मोतीलाल बनारसीदास, वाराणसी, सन् १६७३ जा ५८८ कितन्त्रागम-खण्ड भगवद्गीता (मूलमात्र) – गीताप्रेस, गोरखपुर। भगवद्गीताभास्करभाष्यम् - भास्कराचार्यकृतम्, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विद्यालय, गए अकरम का यागिक वाराणसी, सन् १६६५ भस्मजाबालोपनिषत्र - उपनिषत्संग्रह द्रष्टव्य भागवतमहापुराणम् गण – गीताप्रेस, गोरखपुर संवत् २०१० गुहार बाणा मत्स्यपुराणम् गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, कलकत्ता, सन् १९५४ मनुस्मृतिः.35 मण- भाषानुवाद सहिता, निर्णयसागर प्रेस, बम्बई,वाराण सन् १६२६१ महाभारतम् लकार - अनुशासन पर्व, भाषानुवाद सहित, गीताप्रेस, कोपिष्ट 70 गोरखपुर, सन् १६५६-१६५८ महाभारतम् । नाली निगा शान्तिपर्व, नारायणीयोव्याख्यान, गीताप्रेस, गोरखपुर सन् १६५६-१६५८ महिम्नस्तोत्रम् तिचा ताण- मधुसूदनीटीकायुत, निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, जकीय 15098905 pm षष्ठ संस्करण, सन् १६३० मार्कण्डेयपुराणम् ता - गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, कलकत्ता,सन् १९६२ माचार मुण्डकोपनिषत्
  • उपनिषत्संग्रह द्रष्टव्य। मृगेन्द्रागमः (क्रियाचर्यापादौ) - फ्रेंच इंस्टीट्यूट, पांडिचेरी, सन् १९६२ सजाय मृगेन्द्रागमः (विद्यायोगपादौ) - कश्मीर संस्कृत ग्रन्थावली, श्रीनगर, सन् १६३० मोक्षकारिका
  • अष्टप्रकरण द्रष्टव्य। यतीन्द्रमतदीपिका - श्रीनिवासदास विरचिता, आनन्दाश्रम संस्कृत ग्रन्थावलि, पूना, सन् १९३४ यशस्तिलकचम्पू एण्ड - डॉ. कृष्णकान्त हाण्डोकी, जीवराज जैन ग्रन्थमाला, शोलापुर, सन् १६४६ रत्नत्रयम् अष्टप्रकरण द्रष्टव्य। अड्यार लाइब्रेरी, अड्यार, मद्रास, सन् १६५६ लिङ्गपुराणम्
  • गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, कलकत्ता, सन् १९६० (द्वितीयो भागः) सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, गण वाराणसी, सन् १६८३ । वराहपुराणम्
  • मेहरचन्द्र लक्ष्मणदास, दिल्ली, सन् १९८४ वामनपुराणम् विल नि- नाग पब्लिकेशंस, जवाहर नगर, दिल्ली, सन् १९८३ वायवीयसंहिता झिणमा - पण्डित पुस्तकालय काशी, संवत् २०२० TEST TIGHET इण्डियन कल्चर लक्ष्मीतन्त्रम् आमासकी । लप्तागमसंग्रह: सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची ५८६ (शिवपुराणीया) वायुपुराणम् कालाजामा- गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, कलकत्ता, सन् १६५६ विष्णुधर्मोत्तरपुराणम् - खेमराज श्रीकृष्णदास, वेंकटेश्वर प्रेस, बम्बई विष्णुपुराणम् 22- (भाषानुवाद सहित) गीताप्रेस, गोरखपुर, चतुर्थ शाक त्रा संस्करण, संवत् २०१४ - का गठ’ वैष्णव, शैव और 38 FF डॉ. आर.जी. भाण्डारकर (हिन्दी भाषान्तर), भारतीय अन्य धार्मिक मत र विद्या प्रकाशन, वाराणसी सन् १६६७ मामला शक्तिसंगमतन्त्रम् - (चार भाग), गायकवाड़ ओरियन्टल सीरीज, बड़ौदा की (गा 15) सिन्, १६३२, ४१, ४७, ७८ शारदातिलकम् आगमानुसन्धान समिति कलकत्ता, सन् १६३३ (भागद्वयात्मकम्) किमी मार शिवमहापुराणम् 2-’ पण्डित पुस्तकालय, काशी, संवत् २०२० शिवपुराणीयं दर्शनम् - पं. व्रजवल्लभ द्विवेदी, पुराणम् व.७, 5 त्रिी अ. १, सन् १६६५ नाणार किया शुक्लयजुर्वेद-माध्यन्दिनसहिता - उवट-महीधरभाष्यसहिता, मोतीलाल बनारसीदास, पुनर्मुद्रण, सन् १९८७ शैवदर्शनबिन्दुः । - डॉ. कान्तिचन्द्र पाण्डेय, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, सन् १९६७ शैवमत डॉ. यदुवंशी, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद् पटना, सन् १६५५ श्वेताश्वतरोपनिषत् - उपनिषत्संग्रह द्रष्टव्य। षड्दर्शनसमुच्चयः - राजशेखरसूरिकृतः, गणकारिका-परिशिष्ट, गायकवाड़ सीरीज, बड़ौदा, द्वितीय संस्करण, सन् १९६८ षड्दर्शनसमुच्चयः हरिभद्र सूरिविरचित, गुणरत्नकृतटीकासहित, भारतीय ज्ञानपीठ, वाराणसी, सन् १६७० सर्वदर्शनसंग्रहः सायणमाधवविरचित, आनन्दाश्रम मुद्रणालय, पूना, सन् १६२८ सांख्यकारिका सांख्यतत्त्वकौमुदीयुता, चौखम्बा संस्कृत सीरीज, वाराणसी, सन् १६३२ सिद्धान्तशिखामणिसमीक्षा - शैव भारती भवन, जंगमबाड़ी मठ, वाराणसी, सन् १९८६ सूतसंहिता (स्कन्दपुराणान्तर्गता)- तीन भाग, आनन्दाश्रम मुद्रणालय, पूना, सन् ५६० तन्त्रागम-खण्ड १६२४-२५ गतवरमा स्कन्दपुराणम् - तपाँच खण्ड, गुरुमण्डल ग्रन्थमाला, कलकत्ता, सन् शशा नज की कि १६५६-६२; नागर एवं प्रभास खण्ड, नाग जॉगिगाड़ी छक्का जाति सारा पब्लिकेशंस, दिल्ली, सन् १९८६-८७ स्टडीज इन दि पुराणिक - डॉ. आर.सी. हाजरा, मोतीलाल बनारसीदास, रिकार्ड्स लगा किनी वाराणसी, द्वितीय संस्करण, सन् १६७५ स्पन्दप्रदीपिका 03AP - उत्पलवैष्णवविरचिता, तन्त्रसंग्रह प्रथम भाग, योगतन्त्र रिकार्ड्स जाति क धि ग्रन्थमाला, सं.सं.वि.वि., वाराणसी सन् १९७० को स्वच्छन्दतन्त्रम् - क्षेमराजकृत-उद्योत सहित (दो भाग), परिमल FEAP क. काल पब्लिकेशंस, दिल्ली, सन् १९८५ Top EXITS हयशीर्षपञ्चरात्रम् - आदिकाण्डम्, दो भाग, वारेन्द्र रिसर्च सोसाइटी, जागा) Gos pी राजशाही, बंगलादेश, सन् १६५२, १६५६, णामारी हिस्ट्री आफ शैव कल्ट्स प्राण डॉ. वी.एस. पाठक, अविनाश प्रकाशन, इलाहाबाद जी इन नार्दर्न इण्डिया सन् १९८० आलिशा जातिमि जीयाकातिर कमीशनशकमा a ਸ਼ ਇਸ ਲਈ ਉਹ ਹਰ ਧਵਨ मी माशा ही किसान वायची कनिकमाकर शतनाः गदीश-कभाकाणा की शिवाजीराव जापान सांगा कलकाकाठिकाशका सक oes शिणमा जरिवार Jए कमा प्रधानया माछा कालाच यांकि कुछ मामला प्रकाशाछाम FOणा पशिण का शिमगं का किया रिमाशीगानीलम ला मात्रा मानागार की फिलाणाएतक का अगिरतास ४२६ या अपराम -OF ( मार) Pre,