+०४ मीमांसा दर्शन का इतिहास

प्रथम अध्याय इस अध्याय में प्रतिपाद्य विषय निम्नांकित हैं : (१) मीमांसा दर्शन किसे कहते हैं ? इसका प्रथम प्रवर्तक कौन है ? इस दर्शन की प्रवृत्ति कैसे हुई ? इस दर्शन का उत्पत्तिकाल कौन सा है ? और इसकी उपयुक्तता क्या है ? इन प्रश्नों पर विचार करना प्रथमतः आवश्यक प्रतीत होता है।